लखनऊ (ब्यूरो)। जल्द राजधानीवासियों को दो बड़ी सौगातें मिलने जा रही हैैं। एक सौगात प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण प्लांट से जुड़ी हुई है, जबकि दूसरी सीवरेज सिस्टम से रिलेटेड है। दोनों ही प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही ये प्रोजेक्ट्स इंप्लीमेंट होते नजर आएंगे।
अभी कोई प्रॉपर व्यवस्था नहीं
वर्तमान समय में राजधानी में प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं है। इसकी वजह से एक्यूआई लेवल पर भी असर देखने को मिलता है। वहीं, घरों से लेकर बाजार क्षेत्र में रोजाना भारी मात्रा में प्लास्टिक वेस्ट निकलता है, इसकी वजह से निस्तारण प्लांट की जरूरत महसूस की जा रही थी। पहले भी नगर निगम की ओर से इस दिशा में योजना बनाई गई थी, लेकिन गुजरते वक्त के साथ योजना कागजों में ही सिमट कर रह गई। राजधानी में जल्द से जल्द प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण प्लांट को लगाया जाना जरूरी है। अगर ये प्लांट लग जाता है तो प्लास्टिक वेस्ट का तो निस्तारण होगा ही साथ में एक्यूआई लेवल पर भी इसका सकारात्मक असर देखने को मिलेगा।
सूरत की तर्ज पर लगेगा
राजधानी में प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण प्लांट लगाने के लिए जमीन तलाशने का काम शुरू कर दिया गया है। इस प्रोजेक्ट को पीपीपी मॉडल पर शुरू किया जा सकता है। निगम की ओर से चयनित की जाने वाली कंपनी को जमीन उपलब्ध कराई जाएगी और इसके बाद प्लांट ऑपरेशन से जुड़ी सारी जिम्मेदारी संबंधित चयनित कंपनी ही उठाएगी। हां, इतना जरूर है कि निगम प्रशासन की ओर से प्लांट की मॉनीटरिंग अपने लेवल से की जाएगी।
सीवरेज का भी डीपीआर तैयार
अमृत योजना के अंतर्गत सीवरेज प्रोजेक्ट को लेकर भी डीपीआर तैयार करा लिया गया है और अब इसे स्वीकृति के लिए शासन के पास भेजा जाना है। हालांकि, जो डीपीआर बना है, उससे साफ है कि सरोजनीनगर समेत कई इलाके इस प्रोजेक्ट से लाभांवित होंगे। अभी तक इन इलाकों में प्रॉपर सीवरेज सिस्टम नहीं है, जिसकी वजह से जनता को जलभराव रूपी समस्या का सामना करना पड़ता है।
बिजली खंभों की होगी जांच
हाल में ही शहीद पथ पर जेईई मेंस की तैयारी कर रही एक छात्रा की बिजली खंभे में आए करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। जिसके बाद महापौर भी पीड़ित परिवार के घर पहुंची थीं। मामले की गंभीरता को देखते हुए महापौर ने निर्देश दिए हैैं कि लेसा और ईईएसएल को पत्र भेजा जाए और सभी बिजली खंभों की जांच कराई जाए। जिससे भविष्य में इस तरह की घटना न हो। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैैं कि यह भी देखा जाए कि बिजली खंभों की जांच हो रही है कि नहीं। इस मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
राजधानी में प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है। हमारा प्रयास यही है कि कहीं भी प्लास्टिक वेस्ट न नजर आए। इस संबंध में प्रपोजल तैयार कर लिया गया है।
सुषमा खर्कवाल, महापौर