लखनऊ (ब्यूरो)। दिन 8 दिसंबर 2021 दोपहर करीब एक बजे अलीगंज का सेक्टर-बी इलाका अचानक गोलियों की आवाज से थर्रा गया। जब भीड़ भाड़ वाली रोड पर नकाबपोश बदमाश फायरिंग करते हुए भागते दिखे तो वहां मौजूद हर शख्स सिहर उठा। चंद कदमों की दूरी पर स्थित बैैंक का गार्ड और पुलिसकर्मी भी गोलियों की आवाज सुनकर मौके से खिसक गए। फिल्मी अंदाज में चार बदमाश तिरुपति ज्वेलर्स में दाखिल हुए और लूटपाट शुरू कर दी। दुकान में मौजूद एक कर्मचारी ने बदमाशों का विरोध किया तो उसे गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमेें बनाई गईं। एक सप्ताह में पुलिस वारदात में शामिल दो बदमाशों तक पहुंच भी गई, लेकिन लूट की रकम बरामद नहीं कर सकी। घटना को तीन साल होने वाले हैं। वारदात में शामिल सभी बदमाश अपने अंजाम तक तो पहुंच गए, लेकिन पुलिस आज तक लूट का माल बरामद नहीं कर सकी। यह लूट करीब 40 लाख की बताई गई थी।

बदमाशों ने मारी श्रवण को गोली

वारदात के समय दुकान में मालिक निखिल अग्रवाल, कर्मचारी श्रवण और दो महिला कर्मचारी मौजूद थीं। बदमाशों ने जब धावा बोला तो कारोबारी निखिल अग्रवाल व कर्मचारी श्रवण ने विरोध किया। श्रवण बदमाशों से भिड़ गया। इस पर बदमाशों ने उसको गोली मार दी। लहूलुहान होकर श्रवण फर्श पर गिर गया। इसके बाद बदमाश फायरिंग करते हुए निकल गये। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फैजुल्लागंज निवासी श्रवण को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।

क्या हुआ था 8 दिसंबर की दोपहर

दोपहर करीब एक बजे दुकान के सामने बाइक सवार युवक आकर रुके। तीन लोग सीढ़ियां चढ़ कर दुकान में पहुंचे। निखिल और श्रवण को लगा कि ग्राहक खरीदारी करने आए हैं। युवकों ने अचानक असलहे निकाल कर उन पर तान दिए। बदमाशों को दुकान में देख ज्वैलर्स और नौकर हड़बड़ा गए। इस बीच एक बदमाश में चेन का डिब्बा उठा लिया। वे लोग और जेवर लूटते, इससे पहले ही श्रवण और निखिल एक बदमाश पर झपट पड़े। उन्होंने एक बदमाश को दबोच लिया। विरोध होते देख दो बदमाश बाहर भाग निकले। निखिल और श्रवण बदमाश से भिड़ गये। हाथापाई के दौरान दुकान में लगा शीशे का दरवाजा भी टूट गया। वहीं, साथी को बचाने के लिए एक बदमाश वापस दुकान की सीढ़ियों पर आ गया और उसने श्रवण को गोली मार दी।

फायरिंग करते हुए भागे थे बदमाश

श्रवण को गोली मारने के बाद बदमाश वहां भाग निकले। दुकान के बाहर जाते हुए कई राउंड फायरिंग की। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग जुट गये। भीड़ को जुटता देख बदमाश फायरिंग करते हुए भाग निकले। निखिल के मुताबिक, बदमाश चेन का एक डिब्बा ले गए थे, जिसका वजन 800 ग्राम के करीब था। इसकी कीमत करीब 40 लाख रुपये थी। इसके साथ ही कैश बॉक्स से रुपये भी लूट लिये थे।

रेकी कर वारदात को दिया अंजाम

बदमाशों ने जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया उससे साफ था कि उन्होंने दुकान की कई दिनों तक रेकी की थी। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने मास्क पहन रखे थे। बदमाशों में से एक वारदात के एक दिन पहले दुकान आया था। उसन सोने की चेन व जेवरात देखे थे। इसके बाद वह बिना कुछ खरीदे चला गया।

2017 में भी हुई थी लूट, नहीं हुआ था खुलासा

तिरुपति च्वैलर्स में जनवरी 2017 में भी बदमाशों ने दुकान में घुसकर वारदात को अंजाम दिया था। उस दिन निखिल के साथ दुकान में नौकर श्रवण मौजूद था। बदमाशों ने पांच मिनट में ही करीब 800 ग्राम के जेवर लूट लिए थे। उस वारदात में भी पुलिस को दुकान के साथ ही आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज मिली थी।

16 दिसंबर को दो बदमाशों को पकड़ा था पुलिस ने

अलीगंज में तिरुपति च्वेलर्स शॉप में लूट करने वाले कानपुर के बिल्हौर निवासी हर्ष उर्फ हनी सिंह और समस्तीपुर बिहार निवासी रवि रुद्र शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तत्कालीन जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि 25 पुलिसकर्मियों की टीम ने अलीगंज क्षेत्र में बंधा रोड पर घेराबंदी करके दोनों को दबोचा था। इसके बाद 2 अप्रैल 2022 को पुलिस ने तीसरे आरोपी सौरभ को भी गिरफ्तार कर लिया था।

राहुल व सौरभ है वारदात के मास्टरमाइंड

पकड़े गए आरोपी हर्ष उर्फ हनी सिंह व रवि शर्मा के साथ वारदात को अंजाम देने वाले शातिर लुटेरे राहुल व सौरभ थे। दोनों मूलरूप से बिहार के रहने वाले थे। हनी व रवि प्रॉपर्टी का काम करते थे। चारों की मुलाकात करीब दो साल पहले हुई थी। रवि व हनी दबंग प्रवृत्ति के थे, लेकिन उनके खिलाफ कोई अपराधिक मामले दर्ज नहीं थे। हालांकि, लूट में शामिल राहुल सिंह शातिर अपराधी था। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज थे। पुलिस के अनुसार, लूट का माल लेकर दोनों बाइक से ही फरार हो गए थे। उनकी तलाश में एक टीम बिहार भेजी गई थी।

बुलेट व अपाचे बाइक का यूज

बदमाशों ने घटना के दिन एक बुलेट व अपाचे बाइक का यूज किया था। ज्वेलरी शॉप से चंद कदमों की दूरी पर दोनों बाइक खड़ी कर दी गई थीं और वारदात के बाद चार दोनों बाइक से अलग-अलग दिशा से फरार हुए थे। चारों की मुलाकात गुडंबा के कल्याणपुर इलाके में हुई थी। जहां से बाइक की अदला-बदली की गई और फिर राहुल व सौरभ वहां से फरार हो गए थे।

पैसों के लालच में वारदात में हुए थे शामिल

हनी सिंह व रवि शर्मा पैसों के लालच में वारदात में शामिल हुए थे। दोनों का कारोबार चौपट हो गया था। बच्चे की फीस व मेडिकल इमरजेंसी के चलते दोनों लूट की योजना में शामिल हुए, लेकिन वारदात को अंजाम देकर राहुल व सौरभ मोटा माल लेकर फरार हो गए थे। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट उनकी तलाश में थी, लेकिन दोनों को एसटीएफ ने दबोचा और फिर अलीगंज पुलिस के सुपुर्द कर दिया था।

एक लाख के इनामी राहुल को किया ढेर

राहुल को पुलिस ने 25 मार्च 2022 को एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। यह मुठभेड़ अलीगंज बंधा रोड पर हुई थी। राहुल पर एक लाख का इनाम घोषित था।

बदमाशों से ये माल बरामद

05 सोने की चेन

02 अंगूठी सोने की

02 टॉप्स सोने के

30-40 ग्राम सोना ही मिला वापस