लखनऊ (ब्यूरो)। कभी विकास नगर तो कभी सर्वोदयनगर से रोड धंसने के मामले सामने आना आम बात होती जा रही है। जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को हमेशा के लिए दूर करने के लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से एक सेफ्टी प्लान तैयार कराया जा रहा है। जिसके अंतर्गत कई कदम उठाने की तैयारी की जा रही है। खास बात यह है कि इस प्लान को अन्य विभागों के सहयोग से एक्जिक्यूट किया जाएगा ताकि रोड सेफ रहें और पब्लिक मूवमेंट पर कोई प्रभाव न पड़े।

चार बार धंस चुकी है रोड

लखनऊ-कुर्सी-महमूदाबाद मार्ग पर गुलाचीन मंदिर से शिव मूर्ति होते हुए लेबर अड्डा जाने वाले मार्ग पर पिछले दो सालों में चार बार रोड धंसी है। इस मार्ग पर रोड धंसने का मुख्य कारण मार्ग पर जल निगम द्वारा लगभग 14 वर्ष पूर्व जेएलयूआरएम योजना के अंतर्गत लगभग 13 मीटर गहराई में 1600 मिमी व्यास की डाली गयी ट्रंक सीवर लाइन के क्षतिग्रस्त होने तथा उससे होने वाले रिसाव से मिट्टी की निरंतर कटान व मिट्टी बहने के कारण बनने वाली कैविटी है। इसी प्रकार कुकरैल बंधा छह लेन मार्ग पर सर्वोदय नगर के समीप बिजली विभाग इंदिरा नगर खंड द्वारा बिना लोक निर्माण विभाग की अनुमति प्राप्त किये अनाधिकृत रूप से मार्ग की कटिंग कर दिये जाने तथा अतिवृष्टि के कारण हुये जलभराव-जलबहाव से मार्ग पर खोदे गये स्थान पर अचानक बैठ गयी थी। इसमें यह जानकारी सामने आई थी कि पीडब्ल्यूडी से बिना अनुमति लिए ही बिजली विभाग की ओर से अंडरग्राउंड केबिल डालने का कार्य किया गया था।

अब यह बन रहा प्लान

पीडब्ल्यूडी की ओर से अब रोड सेफ्टी प्लान तैयार कराया जा रहा है, जिसके अंतर्गत तीन से चार बिंदुओं पर एक्सरसाइज की जा रही है। जो प्लान बन रहा है वो कुछ इस प्रकार है

1-प्वाइंट्स हो रहे चिन्हित-सबसे पहले ऐसे प्वाइंट चिन्हित किए जा रहे हैैं, जहां पर रोड धंसने के मामले सबसे अधिक सामने आते हैैं या ऐसे प्वाइंट जहां पर रोड धंसने का खतरा बना रहता है। ऐसे प्वाइंट की लिस्ट तैयार कराई जा रही है।

2-कारणों की पड़ताल-नए और पुराने प्वाइंट्स के आधार पर कारणों की पड़ताल की जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि किस वजह से सबसे अधिक रोड धंस रही है। जब कारण सामने आ जाएंगो तो एक-एक करके कारणों को दूर किया जाएगा। जिससे हमेशा के लिए समस्या का निदान हो सके।

3-अन्य विभागों का सहयोग-रोड सेफ रहे, इसके लिए अन्य विभागों से भी सहयोग लिया जाएगा। सभी विभागों से आपसी सामंजस्य बनाया जाएगा। जिससे बिना किसी अनुमति के रोड कटिंग का कार्य न किया जाए। इसके साथ ही अगर कहीं लाइन में लीकेज इत्यादि है तो उसके लिए भी संबंधित विभाग से तत्काल मदद ली जाएगी, जिससे रोड न धंसे।

4-मॉनीटरिंग-विभाग की ओर से लगातार अपनी रोड्स की मॉनीटरिंग भी कराई जाएगी। जिससे अगर कोई भी मार्ग क्षतिग्रस्त दिखता है या संभावना है कि आने वाले समय में यह धंस सकता है या टूट सकता है तो तत्काल मेंटीनेंस संबंधी कदम उठाया जाएगा। जिससे रोड सेफ रहे।

5-विशेष सावधानी-बारिश के मौसम में सबसे अधिक रोड धंसने के मामले सामने आते हैैं। इसे ध्यान में रखते हुए ही विशेष सावधानी बरती जा रही है। टीमें लगातार एक्टिव रहेंगी और रोड्स पर नजर रखेंगी।

हमारा प्रयास यही है कि बार-बार रोड धंसने के मामले सामने न आएं। इसके लिए कई बिंदुओं पर काम किया जा रहा है। हम लगातार ऐसे प्वाइंट्स पर नजर भी रख रहे हैैं, जहां पर रोड धंसने की समस्या ज्यादा सामने आती है।

मनीष वर्मा, अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड, पीडब्ल्यूडी