लखनऊ (ब्यूरो)। कैंट थाना क्षेत्र के बड़ी लाल कुर्ती स्थित गन्ना संस्थान के सामने शनिवार देर-रात एक ट्रक ने कार को टक्कर मार दी। हादसे में कार सवार दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। हादसा इतना दर्दनाक था कि टक्कर के बाद कार अनियंत्रित होकर पेड़ में जा घुसी, जिससे कार पिचक गई और इसमें सवार सभी पांचों दोस्त बुरी तरह फंस गए। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब एक घंटा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकालकर केजीएमयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। मृतकों की पहचान आजमगढ़ के शिवरामपुर गोदना निवासी डॉ। अजय कुमार (34) और जौनपुर के जलालपुर बागराबाग निवासी विकास मौर्या (25) के रूप में हुई है।
एक घंटे तक कार के अंदर फंसे रहे
हादसा शनिवार रात करीब दो बजे का है। पुलिस को सूचना मिली कि कैंट थाना क्षेत्र के बड़ी लाल कुर्ती स्थित गन्ना संस्थान के सामने एक कार पेड़ से टकराई है। इसमें कुछ लोग अंदर फंसे हैं। सूचना पर कैंट थाना प्रभारी गुरप्रीत कौर की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने पाया कि कार के अंदर सभी युवक फंसे हुए हैं। कार पूरी तरह से पिचक गई गई है। जिसके बाद फौरन फायर ब्रिगेड को इसके बारे में सूचना दी गई। हजरतगंज फायर स्टेशन से राम कुमार रावत टीम के साथ मौके पर पहुंचे और कार के दरवाजे को कटर से काटकर सभी को बाहर निकाला। सभी खून से लथपथ थे, फौरन उन्हें केजीएमयू ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने विकास और अजय को मृत घोषित कर दिया।
घर से चाय पीने निकले थे सभी दोस्त
हादसे में घायल सौरभ ने बताया कि कार में विकास, अजय, अमित और अजय सवार थे। सभी रायबरेली रोड स्थित एल्डिको कॉलोनी में रहते हैं। पिछले काफी समय से पांचों में अच्छी दोस्ती थी। शनिवार रात करीब 11 बजे सभी अमित गुप्ता की कार से घूमने निकले थे। एक बजे के करीब सभी ने चाय पीने का प्लान बनाया। इसके बाद अमित ने गाड़ी चारबाग की तरफ मोड़ दी। तेलीबाग से जैसे ही कार लेकर आगे बढ़ी तो बड़ी लाल कुर्ती में गन्ना संस्थान के सामने ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर से कार सर्विस लेन और सड़क में ऊंचाई होने के कारण अनियंत्रित हो गई, जिससे कार पेड़ से टकरा गई और सभी लोग उसमें फंस गए।
दांत के डॉक्टर थे अजय
हादसे में डॉ। अजय कुमार की मौत होने के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। परिवारजनों ने बताया कि अजय निगोहां में तेजस के नाम क्लीनिक चलाते थे। वह दांत के डॉक्टर थे। यहां पर किराये के कमरे में रहते थे। उनका एक बेटा तेजस्वी है। पत्नी सविता गर्भवती हैं। पिता नंदलाल भी डॉक्टर हैं। अजय के तीन भाई पवन भारती, संदीप और राहुल हैं। वहीं, विकास कुमार मौर्या लखनऊ मेट्रो में बतौर इंजीनियर के पद पर कार्यरत था। वह किराये पर कमरा लेकर रहता था। परिजनों ने बताया कि विकास के घर में मां हीरावती, बहन बबिता और भाई आकाश हैं। इसके अलावा, हादसे में घायल अजय भी विकास के गांव का रहने वाला है।