लखनऊ (ब्यूरो)।हजरतगंज स्थित विधानभवन के सामने सोमवार दोपहर पुलिस की हीलाहवाली से नाराज युवक ने आत्महत्या का प्रयास किया। उसने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। वह करीब 50 प्रतिशत जल गया है। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उस पर कंबल डालकर बचाया और सिविल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे केजीएमयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। जहां डॉक्टरों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है। पीड़ित का आरोप है कि टेंट कारोबारी तीन साल से उसके मेहनत की कमाई नहीं दे रहा है। शिकायत करने पर पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की।
लाइट डेकोरेशन का काम करता था
सआदतगंज कोतवाली निवासी मुन्ना विश्वकर्मा तीन साल पहले लाइट डेकोरेशन का काम करते थे। उन्होंने आलमबाग के बंगला टेंट हाउस के साथ मिलकर कई काम किए थे। इस दौरान मुन्ना का टेंट हाउस मालिक रणजीत पर करीब सात लाख रुपये बकाया हो गए। उसने इसकी शिकायत मवैया चौकी में की थी पर कोई सुनवाई नहीं, उल्टा उसको भगा दिया। मुन्ना के मामा मनोज ने बताया कि तीन साल से टेंट हाउस मालिक से मुन्ना पैसे मांग रहा है, लेकिन वो दे नहीं रहा था। इसके कारण वो आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। इसे कारण अक्सर मानसिक तनाव में भी रहता है।
बेटे की स्कूल फीस भरने के लिए नहीं थे पैसे
पुलिस ने बताया कि मुन्ना करीब 3.30 बजे विधानसभा के पास पैदल चल कर पहुंचा था। उसके एक हाथ में पन्नी थी। जिसमें कुछ कागज थे और एक बोतल थी, जिसमें पेट्रोल था। जिसे उसने खुद पर डाल कर आग लगा ली। जिसके बाद पुलिस ने उस थाने में संपर्क कर परिजनों को इसकी सूचना दी। उसने तीन दिन पहले पत्नी रेनू और एक बेटा एक बेटी के साथ मायके बाराबंकी भेजा था। परिजनों की माने तो वह बेटे की स्कूल फीस भरने के लिए परेशान था।
आग से 50 फीसदी झुलसा
काम छूटने के बाद वह ई-रिक्शा चलाने लगा था। ई-रिक्शे में ज्यादा कमाई नहीं होने के चलते मानसिक तनाव में था। डीसीपी रवीना त्यागी ने बताया कि मुन्ना 50 फीसदी झुलस गया है। उसका इलाज चल रहा है। उसके लगाए सभी आरोपों की जांच कराई जा रही है। जांच में मिले साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई की जाएगी।