लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश के 2 करोड़ 25 लाख ग्रामीण घरों तक जल जीवन मिशन के तहत साफ पानी पहुंचने से जल जनित बीमारियां 98 प्रतिशत तक कम हुई हैं। ये बातें गुरुवार को जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जल जीवन मिशन द्वारा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में स्टॉप डायरिया कैंपेन के तहत वॉटरलाइन टू लाइफ लाइन विषय पर आयोजित कार्यशाला के दौरान कही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जलशक्ति मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में जल जनित बीमारियों के 4 लाख 43 हजार मरीज थे, जिनकी संख्या 2024 में घटकर 7000 रह गई है। वहीं, पूर्वांचल में दिमागी बुखार से एक भी बच्चे की मौत नहीं हुई है। राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने कहा कि पहले जो पानी बीमारी फैलाने में आगे रहता था, अब वहीं जल घर-घर खुशियां फैला रहा है। कार्यक्रम में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव, जल निगम ग्रामीण के एमडी राजशेखर, राज्य स्वच्छता एवं पेयजल मिशन के कार्यकारी निदेशक बृजराज सिंह यादव भी मौजूद रहे।
एक महीने में हर घर तक शुद्ध जल
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड में अगले महीने तक नल से शुद्ध जल की सप्लाई होने लगेगी। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि जो कॉन्ट्रैक्टर योजना का निर्माण करेगा, वही 10 साल तक मेंटीनेंस कार्य भी करेगा।
प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
जल शक्ति मंत्री ने अच्छा काम करने वाले ग्राम प्रधानों और पानी की जांच करने वाली महिलाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान डायरिया और जलजनित बीमारियों से बचने के लिए स्ट्रेंथइंग इनेबलिंग एनवायरमेंट फॉर वॉटर, सैनिटेशन एंड हाइजिन के विषय पर सत्र का आयोजन भी किया गया।