लखनऊ (ब्यूरो)। प्रोफेसर से लूट करने वाले दो आरोपितों को पीजीआई पुलिस ने गुरुवार को इलाके से गिरफ्तार किया है। हालांकि, प्रोफेसर ने तहरीर में आटो से लिफ्ट लेने के बाद लूट का जिक्र किया था, जबकि पुलिस ने जिन आरोपितों को पकड़ा है वे बाइक से लूट को अंजाम देने की बात कह रहे हैं। इस मामले में एक आरोपित की पत्नी ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
इन्हें किया गिरफ्तार
इंस्पेक्टर रवि शंकर त्रिपाठी ने बताया कि पकड़े गए आरोपित मडिय़ांव निवासी विजय सोनी और कल्ली पश्चिम निवासी आशीष शर्मा हैं। इंस्पेक्टर के मुताबिक, आशीष पीजीआइ अस्पताल की निर्माणाधीन इमारत में गार्ड की नौकरी करता है। उसने पूछताछ में बताया कि 19 अक्टूबर की रात दोस्त विजय के साथ कल्ली पश्चिम की तरफ जा रहा था, तभी पीजीआइ के गेट के पास प्रोफेसर ने उससे लिफ्ट मांग ली। आशीष ने प्रोफेसर को बाइक पर बैठा लिया। रास्ते में पिटाई कर लूट को अंजाम दिया और फरार हो गए। दोनों के पास से लूट में इस्तेमाल होने वाली बाइक बरामद की गई है। वहीं, पुलिस लूट की पर्स और मोबाइल को बरामद नहीं कर सकी है।
राजफाश उठ रहे सवाल
पीडि़त प्रोफेसर विजय शुक्ला ने मुकदमे और बयान में आटो सवार बदमाशों द्वारा लूट का जिक्र किया था। वहीं, पुलिस ने जिन आरोपितों को पकड़ा है वह पूछताछ में बाइक से लूट करने की बात स्वीकार रहे हैं। यही नहीं लूट का माल भी पुलिस बरामद नहीं कर सकी है। इसपर पुलिस का कहना है कि आरोपितों ने मोबाइल बेच दिया और पर्स से रुपये निकाल कर फेंक दिया था।
पुलिस पर लगाया आरोप
पुलिस ने लूट के आरोप में मडिय़ांव निवासी विजय सोनी को गिरफ्तार किया है। वहीं, विजय की पत्नी प्रीति ने आरोप लगाया है कि उनका पति बेकसूर है। पुलिस ने विजय को जबरन मामले में फंसाया है।