लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की ओर से कॉमर्शियल संपत्तियों विशेषकर प्लॉट्स की रजिस्ट्रियों की जांच शुरू करा दी गई है। इसके लिए संपत्तियों की लिस्ट तैयार कराई जा रही है और रजिस्ट्री ऑफिस से उनका सत्यापन कराया जाएगा। जिससे यह पता चल जाएगा कि कितनी संपत्तियों की फर्जी रजिस्ट्री हुई है।
टीपी नगर में मामला आ चुका सामने
हाल में ही टीपी नगर योजना में दो दर्जन से अधिक प्लॉट्स की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री किए जाने के मामले सामने आ चुके हैैं। जिसके बाद ही एलडीए की ओर से अब नए सिरे से सभी कॉमर्शियल संपत्तियों विशेषकर प्लॉट्स की रजिस्ट्री की जांच कराई जाएगी। इसके लिए एक-एक कागज का मिलान किया जा रहा है। गोमतीनगर विस्तार, जानकीपुरम विस्तार समेत कई अन्य योजनाओं में कॉमर्शियल संपत्तियों की जांच कराई जा रही है। एलडीए की ओर से जिन संपत्तियों की अभी लिस्ट तैयार कराई गई है, उनकी संख्या 250 के ऊपर है। इन सभी के कागजातों का मिलान किया जा रहा है। इसके बाद इनका रिकॉर्ड रजिस्ट्री ऑफिस से भी निकलवाया जाएगा। जो रिकॉर्ड सामने आएगा, उसके आधार पर सही तस्वीर सामने आ सकेगी।
वीसी खुद कर रहे मॉनीटरिंग
वीसी की ओर से खुद रजिस्ट्री संबंधी इश्यू की जांच की जा रही है। जिससे किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो सके। इसके साथ ही वीसी की ओर से यह भी निर्देश दिए गए हैैं कि आवासीय प्लॉट्स की रजिस्ट्री की भी जांच कराई जाए। जिससे अगर आवासीय में भी खेल हुआ हो तो सामने लाया जा सके। वीसी की ओर से अवैध निर्माणों की भी नए सिरे से लिस्ट बनाने को कहा गया है, जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। हर सप्ताह अवैध निर्माणों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई की समीक्षा भी की जाएगी।
चक्रवृद्धि ब्याज माफ, 25 साल बाद हुई रजिस्ट्री
एलडीए द्वारा 1998 में प्रतिभा पांडेय को शारदा नगर योजना अंतर्गत रक्षाखंड में आश्रयहीन भवन संख्या ई 402 आवंटित किया गया था। किन्हीं कारणों से प्रतिभा समय पर धनराशि जमा नहीं करा पाई, जिससे चक्रवृद्धि ब्याज लगाकर बकाया धनराशि 11 लाख 65 हजार हो गयी थी।
प्रस्ताव पास हुआ था
बीते दिनों वीसी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी द्वारा ईडब्ल्यूएस, एलआईजी व 20 वर्गमीटर तक की दुकानों पर चक्रवृद्धि समाप्त करने का प्रस्ताव बोर्ड से पारित कराया गया। चक्रवृद्धि ब्याज माफ होने से प्रतिभा के मकान की बकाया धनराशि लगभग दो लाख रुपए हो गई और उन्होंने रुपए जमा करा दिए। प्राधिकरण में लगे विशेष रजिस्ट्री शिविर में अपने भाई वीरेंद्र तिवारी के साथ पहुंची प्रतिभा ने एक ही पटल पर सभी औपचारिकताएं पूरी कराकर अपने मकान की रजिस्ट्री करा ली। गुरूवार को शिविर में 52 आवंटियों की रजिस्ट्री की गई।
संपत्तियों का आवंटन
अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा विभिन्न आवासीय एवं व्यावसायिक संपत्तियों का आवंटन किया गया है। इनमें बड़ी संख्या में संपत्तियों की रजिस्ट्री नहीं हो पायी है। आवंटियों की सहूलियत के लिए 5 दिसंबर से 20 दिसंबर तक प्राधिकरण भवन के बारादरी लॉन में विशेष रजिस्ट्री शिविर का आयोजन किया गया है। गुरूवार को शिविर में गणना, लेखा, नियोजन व संपत्ति अनुभाग के सभी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। 52 आवंटियों की रजिस्ट्री अनुमोदित की गई।
एक जगह पर ही सभी कार्रवाई
अपर सचिव ने बताया कि शुक्रवार से रजिस्ट्री विभाग के अधिकारी भी शिविर में मौजूद रहेंगे। इससे संपत्तियों के रजिस्ट्री संबंधी दस्तावेज तैयार करने तथा उनके पंजीयन की कार्रवाई एक ही जगह होगी। शिविर में विशेष कार्याधिकारी राजीव कुमार, देवांश त्रिवेदी, रविनंदन सिंह, रोहित सिंह आदि मौजूद रहे।