लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में बिजली सप्लाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने की दिशा में कवायद तेज कर दी गई है। इसके लिए आरडीएसएस योजना के अंतर्गत ट्रिपल लेयर मैनेजमेंट प्लान तैयार किया गया है। जिसे ट्रांस और सिस गोमती एरिया में इंप्लीमेंट भी कर दिया गया है। मुख्य रूप से फोकस ट्रिपिंग की समस्या को दूर किए जाने एवं फीडर्स और ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमता बढ़ाए जाने पर है। इसके साथ ही बिजली चोरी करने वालों पर भी शिकंजा कसने के लिए कदम उठाए जाएंगे और उनके खिलाफ बड़े स्तर पर चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।

ये है ट्रिपल लेयर प्लान
1-फीडर्स पर नजर-जिन फीडर्स पर अधिक लोड हैैं, उनमें पहले तो यह देखा जाएगा किस वजह से लोड बढ़ रहा है। दरअसल, यह देखने में आता है कि बिजली चोरी होने की वजह से फीडर्स पर लोड अधिक पड़ता है। ऐसे में अगर यह मामला सामने आता है तो तत्काल अभियान चलाया जाएगा, जिससे फीडर्स पर अतिरिक्त लोड को कम किया जा सके।
फायदा-ट्रिपिंग की समस्या से मुक्ति।

2-ट्रांसफॉर्मर्स-जिन इलाकों में बिजली की खपत अधिक है, वहां पर हाई पावर कैपेसिटी वाले ट्रांसफॉर्मर्स लगाए जाएंगे। इसके साथ ही इसकी जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से पब्लिक को दी जाएगी। जब ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमता बढ़ जाएगी तो साफ है कि बिजली लोड अधिक होने पर उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।
फायदा-लो वोल्टेज से राहत।

3-मेंटीनेंस-सिस और ट्रांसगोमती एरिया में प्रॉपर तरीके से ट्रांसफॉर्मर्स, बिजली लाइनों इत्यादि का मेंटीनेंस भी कराया जा रहा है। जिससे बारिश होने की स्थिति में लूज वायर मुसीबत न बने। जब लूज वायर की समस्या दूर होगी तो साफ है कि बिजली सप्लाई में कोई बाधा नहीं आएगी।
फायदा-भरपूर बिजली मिलेगी।

ये कदम भी उठाए जाएंगे
1-क्षतिग्रस्त पोल शिफ्ट होंगे।
2-जर्जर लाइनें शिफ्ट होंगी।
3-पब्लिक कंपलेन पर तुरंत एक्शन।
4-टोल फ्री 1912 एक्टिव मोड पर रहेगी।

हाईलेवल मॉनीटरिंग
हाल में ही ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की ओर से भी निर्देश दिए गए हैैं कि सभी डिस्कॉम में ग्राउंड लेवल पर काम किया जाए। जिससे उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली मिले। उन्होंने यह भी कहाकि इंदिरानगर और गोमतीनगर में ट्रिपिंग की समस्या ज्यादा है, ऐसे में यहां पर तत्काल प्रभाव से मैनेजमेंट प्लान को इंप्लीमेंट किया जाए। जिससे उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

बिजली सप्लाई में कोई समस्या नहीं
भीषण उमस की वजह से बिजली की डिमांड 30 हजार मेगावाट से अधिक पहुंच गई थी। इतनी अधिक डिमांड होने के बावजूद भरपूर बिजली सप्लाई की गई। इसके बावजूद उपभोक्ताओं की ओर से बिजली संकट संबंधी मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई। इसे देखते हुए ही तत्काल प्रभाव से बिजली सप्लाई बेहतर करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैैं। बारिश का मौसम होने की वजह से एहितायतन और भी अधिक सावधानी बरती जा रही है। उन प्वाइंट्स पर भी नजर रखी जा रही है, जहां पर फॉल्ट संबंधी समस्या अधिक सामने आती है। यहां पर भी देखा जा रहा है कि बार बार फॉल्ट की समस्या क्यों सामने आ रही है। उन कारणों को ढूंढकर उन्हें दूर किया जा रहा है।

यहां होगा मेंटीनेंस
आरडीएसएस योजना के अंतर्गत 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र, सेक्टर 14 न्यू के गायत्री मार्केट फीडर के अंतर्गत पोल लगाए जाने एवं एबीसी लाइन का काम किया जाएगा। इसकी वजह से सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक यहां पर बिजली सप्लाई बाधित रहेगी। इसके साथ ही कई अन्य प्वाइंट्स पर मेंटीनेंस का काम किया जाना प्रस्तावित है।