लखनऊ (ब्यूरो)। शहर की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था का एक प्रमुख कारण नो पार्किंग में गाडिय़ों का खड़ा होना है। जिसके चलते न सिर्फ जाम लगता है बल्कि एक्सीडेंट भी होते हैं। हालांकि रोज ही नो पार्किंग में खड़े कई वाहनों का चालान होता है, फिर भी लखनवाइट्स की इस बीमारी का दूर होना दिखाई नहीं दे रहा है। राजधानी में लोगों को जब तक पार्किंग की उचित सुविधा और कम चार्ज पर नहीं मिलेगा तब तक इस समस्या पर अंकुश लगाना मुश्किल ही नजर आ रहा है।
नई व्यवस्था से शुरू होगा काम
इस काम के लिए निजी कंपनी को ठेका दिया जाएगा। छह नवंबर को रिक्वेस्ट फॉर प्रापोजल भी जारी कर दिया गया, जिसे 30 नवंबर को खोला जाएगा। एक महीने में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर नो पार्किंग से गाडिय़ों को उठाकर जुर्माना वसूलने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
आठ जोन में होगी शुरूआत
पहले चरण में आठों जोनों में दो-दो क्रेन लगाई जाएंगी। ठेकेदार अपनी क्रेन लाएगा और उसका खर्च भी उठाएगा। नगर निगम ने इस बार तीन पहिया वाहनों के लिए भी जुर्माने की दर तय की है। जुर्माने की रकम में 50 प्रतिशत ठेकेदार लेगा। 30 फीसदी नगर निगम और 20 प्रतिशत रकम पुलिस को मिलेगी।
पहले थी यह व्यवस्था
ठेकेदार का नगर निगम की नौ क्रेनो का प्रति क्रेन 50 हजार रुपये महीना व अपनी आठ क्रेनो का प्रति क्रेन 30 हजार रुपये महीना शुल्क तय था। उसे हर महीने 6.90 लाख रुपये नगर निगम में जमा कराने होते थे। चार पहिया वाहन से वसूले जाने वाले 1500 रुपये जुर्माने में से 1000 रुपये ठेकेदार और 500 रुपये ट्रैफिक पुलिस को मिलते थे। दो पहिया वाहन से वसूले जाने वाले 800 रुपये जुर्माने में से 500 रुपये ट्रैफिक पुलिस को और 300 रुपये ठेकेदार को मिलते थे।
इन पार्किंग में खड़े कर सकते हैं वाहन
- लालबाग झंडी पार्क भूमिगत पार्किंग
- लालबाग दयानिधान पार्क भूमिगत पार्किंग
- हजरतगंज मल्टीलेवल पार्किंग
- अमीनाबाद भूमिगत पार्किंग
- आलमबाग चंदरनगर भूमिगत पार्किंग
- भूतनाथ भूमिगत पार्किंग
- नादान महल रोड भूमिगत पार्किंग
- सरोजनी नायडू पार्क भूमिगत पार्किंग
- ज्योतिबाफुले मल्टीलेवल पार्किंग चौक
- गोल मार्केट महानगर चंद्रशेखर आजाद पार्क पार्किंग
अब लगेगा कितना जुर्माना
वाहन रुपये
चार पहिया 1500 रुपये
तीन पहिया 500 रुपये
दो पहिया 300 रुपये
इन रूट्स पर नहीं खड़े होंगे वाहन
- विधानसभा के चारों ओर का रास्ता
- गौतमपल्ली चौराहे से हजरतगंज एवं अटल चौराहे से मेफेयर तक
- अल्का तिराहे से सेंट फ्रांसिस स्कूल से होकर सहारागंज तिराहे तक
- गोल्फ चौराहे से वीवीआईपी गेस्ट हाउस तक
- हुसैनगंज/नाका-बापू भवन चौराहे से बर्लिंग्टन से रविंद्रालय से नत्था तिराहे तक
- आलमबाग-आलमबाग बस अड््डे के सामने
- चौक-घंटाघर से बड़ा इमामबाड़ा तक
- दुबग्गा-दुबग्गा तिराहे से छंदौईया तिराहे तक
- विभूतिखंड-कमता तिराहे से बीबीडीयू तक मुख्य मार्ग
- गोमतीनगर-हुसडिय़ा चौराहे से हनीमैन चौराहे तक
- महानगर -निशातगंज/गुड्स बेकरी चौराहे के सामने मुख्य मार्ग
7 चौराहे बने नो पार्किंग जोन
1- पत्रकारपुरम से हुसडिय़ा चौराहा तक रोड के दोनों ओर
2- पत्रकारपुरम से कैप्टन मनोज पांडे चौराहे तक दोनों तरफ
3- पत्रकारपुरम चौराहे से ग्वारी चौराहे तक दोनों ओर
4- पत्रकारपुरम चौराहे से नवाबपुरवा चौराहे तक दोनों तरफ
5- अवध चौराहों पर 100 मीटर तक चारों तरफ रोड के के दोनों साइड
6- पॉलीटेक्निक चौराहे 100 मीटर तक चारों तरफ रोड के दोनों साइड
7- आलमबाग बस स्टैंड के सामने से टेढ़ी पुलिया पिकेडली तिराहा तक दोनों साइड
नगर निगम ने कई मल्टीलेवल पार्किंग बनाई है, लेकिन कुछ लोग पार्किंग में अपने वाहन नहीं खड़े करते हैं। कारण पार्किंग का महंगा होना। पहले कई पार्किंग थी, जिसे बंद कर दिया गया। अब महंगी पार्किंग के चलते लोग रोड पर व्हीकल पार्क कर देते हैं।
विकास यादव
पार्किंग के नाम पर मोटा जुर्माना करने से सरकारी सिस्टम को पार्किंग की सुविधा को बढ़ाएं और पार्किंग के चार्ज को भी कम करे। ताकि लोग अपने व्हीकल पार्किंग में खड़े कर सकें। इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
अनुराग
नो पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों का चालान भी कर दिया जाता है, लेकिन जब तक पब्लिक को पार्किंग की उचित सुविधा नहीं मिलेगी तो लोगों मजबूरी में रोड पर पार्किंग करेंगे। इस बारे में भी सोचना होगा।
डॉ निशांत कनोडिया
शहर में कई मल्टीलेबल पार्किंग की सुविधा है। मुख्य रोड पर लगातार पीए सिस्टम से लोगों को नो पार्किंग को लेकर जागरूक भी किया जाता है। इसके बाद भी लोग रोड पर व्हीकल पार्क करते है। रोड पर पार्किंग न करे, इसलिए चालान किया जाता है।
प्रबल प्रताप सिंह, डीसीपी ट्रैफिक