लखनऊ (ब्यूरो)।Lucknow Crime News; घरेलू कलह का गहरा असर बच्चों के दिमाग पर पड़ता है। इसका एक खौफनाक उदाहरण ट्यूज्डे नाइट राजधानी के इंदिरा नगर में डबल मर्डर की घटना के तौर पर सामने आया, जिसे हाई स्कूल में फर्स्ट डिवीजन में पास हुए स्टूडेंट ने अंजाम दिया था। आए दिन घर में कलह और मां से होने वाली गाली गलौज के चलते उस नाबालिग ने यह अपराध किया। वह अपने दोस्त से अवैध पिस्टल लेकर घर आया था और तय कर लिया था कि अब मामा को सबक जरूर सिखाएगा। वेडनेसडे को इंदिरा नगर पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया।

चेहरे पर नहीं थी शिकन

इंदिरा नगर के तकरोही सेक्टर बी स्थित जय नगर में रहने वाले राजेंद्र सिंह और उनकी पत्नी सरोज को उनके 17 वर्षीय भांजे ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। पिता व मां को बचाने आए उनके बेटे सरवन और दूसरे मामा पर भी गोली चला दी। जिससे उनके हाथ में गोली लगी और दोनों घायल हो गए। पुलिस ने उसे रात में गिरफ्तार कर लिया और वेडनेसडे मार्निंग उसे कोर्ट में पेश कर बाल सुधार गृह भेज दिया। इंदिरा नगर पुलिस के अनुसार, कोर्ट में पेश करते समय भी डबल मर्डर को अंजाम देने वाले नाबालिग के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। बस पूछे जाने पर एक ही बात कह रहा था कि मां को गाली देते थे, इसलिए मार डाला।

नाबालिग के हाथ कैसे लगा अवैध हथियार

डबल मर्डर की घटना को अंजाम देने वाले नाबालिग के हाथ अवैध पिस्टल कैसे पहुंची, इस सवाल का भी पुलिस जवाब तलाश रही है। पुलिस का कहना है कि किशोर ने अपने एक दोस्त से अवैध पिस्टल मांगी थी। अब पुलिस उस दोस्त पर शिकंजा कर रही है। रोहित नाम का दोस्त कहां रहता है और उसके पास अवैध पिस्टल कैसे आई, उसके पकड़े जाने पर ही राज खुल सकेगा। हालांकि, पुलिस का दावा है कि किशोर ने पहले ही तय कर लिया था कि वह मामा को मार देगा। इसके लिए वह अवैध पिस्टल लोड करके रखे था।

नशे में मां को गाली देने पर चलाई गोली

राजेंद्र सिंह (62) अपनी पत्नी सरोज (60) और बच्चों के साथ रहते थे। मकान में राजेंद्र के परिवार के अलावा उनके भाई राजवीर, जगतपाल और बहन पुष्पा भी रहती हैं। राजेंद्र 2022 में बाराबंकी गन्ना संस्थान से रिटायर हुए थे। वह शराब के लती थे और हर दिन शराब पीकर आते थे, जिसके बाद घर में लड़ाई झगड़ा होता है। ट्यूज्डे को भी वह शराब पीकर आए और बहन पुष्पा से उनका विवाद हो गया। बहन को गाली देने पर भांजे ने पिस्टल निकालकर उनके ऊपर गोली चला दी। एक गोली उसने सीने में लगी। पति को गोली लगते देख पत्नी सरोज आगे बढ़ी तो भांजे ने दूसरी गोली उन्हें मार दी। मां व पिता को गोली लगते देख बचाने के लिए ममेरा भाई सरवन आगे आया तो किशोर ने उसके ऊपर भी फायर कर दिया। गोली उसके हाथ में लगी और वह जख्मी हो गया।

कूलर पर हाथ लगने से हुआ था विवाद

मंगलवार रात 8.30 बजे नशे की हालत में राजेंद्र गाली गलौज कर रहा था तभी पत्नी सरोज व उसके भाई जगतपाल की पत्नी तारा आ गई थी। दोनों राजेंद्र को घसीट कर कमरे में ले जाने लगे तभी बहन पुष्पा के कमरे के बाहर रखा कूलर धक्का लगने से हिल गया था। जिसे लेकर बहन और भाई में विवाद शुरू हो गया था।

पति से चल रहा था विवाद

राजेंद्र की बहन पुष्पा का अपने पति से विवाद चल रहा है। पुष्पा का ससुराल सैरपुर इलाके में है। करीब 12 साल से पुष्पा ससुराल छोड़ कर अपने मायके में रहने लगी थी। वह छोटे भाई राजवीर के साथ रहती थी, राजवीर लोहिया अस्पताल में गार्ड की नौकरी करता है और पुष्पा व उसके बेटे का खर्च उठाता है। मकान पुस्तैनी है और सबके अलग-अलग कमरे बने हुए हैं। राजेंद्र बहन पुष्पा के मायके में रहने का विरोध करता था।

मां उसे इंजीनियर बनाना चाहती थी

पति से विवाद के बाद पुष्पा का इकलौता सहारा उसका बेटा ही था। वह बेटे को पढ़ा लिखाकर काबिल इंसान बनाना चाहती थी। पुष्पा का नाबालिग बेटा भी पढ़ाई में अव्वल था, सीमित संसाधनों के बाद भी उसने हाई स्कूल में अच्छा रिजल्ट हासिल किया था। वर्तमान में वह 11वीं का छात्रा था और मां उसे इंजीनियर बनाना चाहती थी।