लखनऊ (ब्यूरो)। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के मामले में राजधानी के मेडिकल संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर भी हड़ताल पर चल रहे थे। गुरुवार की शाम मरीजों के लिए राहत भरी खबर लेकर आई है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का ऐलान करते हुए शुक्रवार से काम पर लौटने की बात कही है। हड़ताल खत्म होने से केजीएमयू, पीजीआई और लोहिया संस्थान में आने वाले हजारों मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

आज से काम पर लौटेंगे

कोलकाता मामले को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने गुरुवार को भी कामकाज ठप रखा। ओपीडी में फैकल्टी द्वारा मरीजों को देखने का काम किया गया। नतीजतन हड़ताल के दौरान पहली बार केजीएमयू ओपीडी में मरीजों की संख्या 5429 पहुंची। इससे पहले रेजिडेंट डॉक्टरों ने पूरे परिसर में मार्च निकाला और ओपीडी में भी गए। इस दौरान किसी भी कर्मचारी को काम करने से नहीं रोका गया। रेजिडेंट के मुताबिक हम लोग काम करेंगे और साथ में पीसफुल प्रोटेस्ट भी जारी रहेगा। प्रवक्ता डॉ। केके सिंह ने बताया कि ओपीडी व भर्ती मरीजों को सीनियर डॉक्टर देख रहे हैं। पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी संबंधित जांचें भी सामान्य दिनों की तरह ही हुईं।

मरीजों को मिलेगी राहत

लोहिया संस्थान में भी सीनियर डॉक्टरों ने सामान्य दिनों की भांति ही ओपीडी में मरीज देखे। रेजिडेंट डॉक्टरों ने मार्च निकालकर नारेबाजी की। प्रवक्ता डॉ। भुवन चंद्र तिवारी ने बताया कि ओपीडी में सामान्य दिनों की भांति मरीज देखे गए। हड़ताल वापस लेने का फैसला स्वागतयोग्य है।

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केजीएमयू में महिला सुरक्षा को लेकर बनी टास्क फोर्स

कोलकाता कांड के बाद केजीएमयू ने भी अपने यहां महिला स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए टास्क फोर्स गठित की है। फैसला लिया गया है कि सभी विभागों में रेजिडेंट डॉक्टर्स के रेस्ट रूम के हालात में सुधार किया जाएगा। साथ ही वॉशरूम बनाने और पूर्व में बने रेस्ट रूम और वॉशरूम की मरम्मत का काम किया जाएगा। इसके आडिट का काम बुधवार को पूरा हो चुका है। मरम्मत का काम शुक्रवार से शुरू होगा।

आज से मरम्मत का काम

वीसी प्रो। सोनिया नित्यानंद के निर्देशन पर सीएमएस डॉ। बीके ओझा की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन किया गया है। गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक विभाग में इनके लिये रेस्ट रूम व शौचालय की व्यवस्था करने तथा पूर्व में बने विश्राम कक्ष व शौचालयों को सुदृढ़ करने का कार्य तत्काल प्रभाव से शुरू कर दिया जाए। संस्थान की महिला स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा संबंधी समस्याओं को दूर करने का प्रयास होगा। साथ ही टीम द्वारा सभी विभागों के रेस्ट रूम का जायजा भी लिया जाएगा। प्रवक्ता डॉ। केके सिंह ने बताया कि हर विभाग में महिला रेजिडेंट के लिए वॉशरूम है। इनमें जो भी कमियां होंगी उनको दूर किया जाएगा।