लखनऊ (ब्यूरो)। बारिश का मौसम शुरू होने के साथ ही तमाम तरह की बीमारियों के बढ़ने का भी खतरा बढ़ जाता है। जिसमें स्किन, पेट और आंख संबंधित बीमारियों के फैलने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। सरकारी अस्पतालों में बुखार, दस्त, स्किन व आई प्राब्लम की समस्या के मरीजों की संख्या में करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। डॉक्टर्स के मुताबिक, इस सीजन में गर्मी और उमस होने की वजह से वायरल इंफेक्शन का खतरा सबसे अधिक होता है। ऐसे में बीमारी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
50 पर्सेंट मरीज दाद की समस्या वाले
बलरामपुर अस्पताल के सीनियर स्किन स्पेशलिस्ट डॉ। मसूद उसमानी ने बताया कि बारिश के सीजन में उमस बहुत होती है। ऐसे में स्किन की बीमारियां सबसे ज्यादा परेशान करती हैं। ओपीडी में 800-1000 मरीज आ रहे हैं, जिसमें 50 पर्सेंट मरीज केवल दाद की समस्या वाले आ रहे हैं। इसके अलावा 10-10 पर्सेंट स्कैबीज और डर्मेटाइटिस के आ रहे हैं। वहीं, 5 पर्सेंट मुंहासों के मरीज आ रहे है। चूंकि इन दिनों पसीना ज्यादा निकलता है ऐसे में बीमारियां ज्यादा होती हैं। लोगों को अपना रूमाल और तौलिया अलग रखना चाहिए। मार्केट से स्टेरायड वाली दवा का उपयोग करने से बचना चाहिए। इससे मर्ज और बढ़ जाता है। स्किन की कोई समस्या होने पर डॉक्टर को दिखाने के बाद ही ट्रीटमेंट शुरू करें।
फीवर के मरीज 20 फीसदी बढ़े
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ। राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस समय वायरल फीवर की समस्या वाले मरीज काफी आ रहे हैं। जो करीब 15-20 फीसदी ओपीडी में आ रहे है। खासतौर पर वायरल इसमें ज्यादा फैला हुआ है। जो बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को बीमार कर रहा है। हालांकि, यह 5-7 दिनों में ठीक हो जा रहे है। अस्पताल में सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध हैं। वहीं, लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि फीवर की मरीजों की संख्या बढ़ी है। घर में किसी एक को होने से परिवार के अन्य सदस्यों को भी हो रहा है। अगर फीवर लगातार बना हुआ है तो सरकारी अस्पताल में जांच जरूर करवाएं। यहां जांच और दवा फ्री है।
पेट की समस्या लगातार बढ़ रही
दूसरी ओर गर्मी और उमस के कारण लोगों को पेट की समस्या भी हो रही है। जिसमें, दस्त, गैस, कब्ज आदि की समस्या सबसे ज्यादा हो रही है। क्योंकि बासी खाना और दूषित पानी की वजह से बीमारियां फैल रही है। लोकबंधु, सिविल और बलरामपुर में करीब 20 फीसदी मरीज इसी के आ रहे है। लोगों को साफ पानी और ताजा खाना खाना चाहिए। बाहर का कुछ भी खाने से बचना चाहिए।