लखनऊ (ब्यूरो)। नगर निगम प्रशासन की ओर से पांच जोन में तो डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए चयनित कंपनी को तो जिम्मेदारी दे दी गई है लेकिन अभी तीन अन्य जोन में सवाल बरकरार है। इन तीन जोन में कंपनी और ठेकेदार व्यवस्था के बीच निर्णय लिया जाना है। इसका निर्णय सोमवार को होने वाली सदन की बैठक में लिया जाएगा। अगर कोई निर्णय नहीं होता है तो साफ है कि तीन जोन में रहने वाले लोगों को डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।
पांच जोन में व्यवस्था सुधरी
वर्तमान में पांच जोन में डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन के लिए चेन्नई की कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी की ओर से घरों से वेस्ट कलेक्शन का काम किया जा रहा है। निगम कर्मियों की ओर से रोड क्लीनिंग का काम हो रहा है। वहीं तीन जोन जिसमें जोन दो, पांच और आठ शामिल है, उसमें वेस्ट कलेक्शन को लेकर अभी संशय के बादल छाए हुए हैैं।
नहीं हो सका कोई निर्णय
शुक्रवार को निगम मुख्यालय में आयोजित सदन में तीन जोन में सफाई व्यवस्था को लेकर प्रस्ताव रखा गया था। जिसमें पार्षदों के बीच कोई राय नहीं बन सकी। पूर्व में चयनित कंपनी के विस्तारीकरण और ठेकेदारी व्यवस्था के बीच मामला उलझा रहा। सोमवार को जब फिर से सदन की बैठक होगी तो फिर से तीन जोन में सफाई व्यवस्था का मुद्दा उठेगा। अगर तीन जोन में सफाई व्यवस्था का निर्णय नहीं हुआ तो लोगों की मुश्किलें बढऩा तय है। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सदन की बैठक में इस दिशा में अंतिम निर्णय लिया जाना जरूरी है।
रोड क्लीनिंग पर भी सवाल
अगर रोड क्लीनिंग की बात की जाए तो इसे लेकर भी पार्षदों की ओर से कंपलेन दर्ज कराई गई है। ज्यादातर पार्षदों का कहना है कि जो कंपनी वेस्ट कलेक्शन का काम कर रही है, उससे ही रोड क्लीनिंग का कार्य कराया जाए। जबकि निगम प्रशासन की ओर से निगम कर्मचारियों के माध्यम से ही रोड क्लीनिंग का काम कराया जा रहा है। सोमवार को सदन की बैठक में इस पर भी मंथन किया जाएगा। विस्तारित एरियाज में भी रोड क्लीनिंग को लेकर बजट आदि की व्यवस्था की जानी है। निगम प्रशासन की ओर से विस्तारित एरियाज में डेवलपमेंट को लेकर भी प्लान बनाया गया है।