लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती का रिटर्न एग्जाम पूरा हो गया है। रिजल्ट आने में भले ही टाइम हो पर एग्जाम में शामिल होने वाले अभ्यर्थी फिजिकल टेस्ट पास करने की तैयारी में जुट गए हैं। लाखों की संख्या में यंगस्टर्स पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। फिजिकल की तैयारी से पहले सावधानी और सतर्कता बेहद जरूरी है। क्योंकि 22 अगस्त को झारखंड में सिपाही भर्ती के शारीरिक दक्षता टेस्ट के दौरान हुई दौड़ में 12 अभ्यर्थियों की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।
दौड़ते समय बढ़ गया था ब्लड प्रेशर
22 अगस्त से रांची में सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा चल रही है। जिसमें अब शारीरिक दक्षता टेस्ट चल रहा है। जिसमें 45 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ लगाने के दौरान 12 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है। इनमें अधिकांश अभ्यर्थी 25 वर्ष से कम के थे। पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि इन अभ्यर्थियों की मौत हार्ट अटैक से हुई है। दौड़ने से ब्लड प्रेशर बढ़ा और फिर वे हार्ट अटैक के शिकार हो गए।
25 मिनट में पूरी करनी होगी 4.5 किमी की दौड़
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती की परीक्षा 23 से 31 अगस्त तक पूरी हो चुकी है। जिसमें करीब 35 लाख अभ्यर्थियों ने 60244 पदों के लिए परीक्षा दी थी। अब इस लिखित परीक्षा के अगले चरण के लिए शारीरिक दक्षता टेस्ट होना है जिसके लिए अभ्यर्थियों को 4.5 किलोमीटर की दौड़ 25 मिनट में पूरी करनी होगी।
शारीरिक दक्षता से पहले मेडिकल टेस्ट
पीजीआई के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। नवीन गर्ग ने बताया कि किसी अभ्यर्थी को कोई मेडिकल हिस्ट्री है और यदि वह फेफड़े या दिल से संबंधित है तो वो किसी भी हाल में दौड़ में शामिल न हो और न ही प्रैक्टिस करे। उन्होंने कहा कि असल में शारीरिक दक्षता टेस्ट से पहले अभ्यर्थियों का मेडिकल टेस्ट होना चाहिए ताकि ऐसे अभ्यर्थियों को छटनी हो सके जिसे कोई गंभीर बीमारी हो।
ट्रेंड कोच की ले सकते हैं मदद
डॉ। नवीन गर्ग बताते हैं कि फिजिकल टेस्ट पास करने के लिए अभ्यर्थियों को अपनी क्षमता बढ़ानी होगी। अभ्यर्थी लगातार प्रैक्टिस करते रहते हैं तो शरीर तैयार हो जाता है। ऐसे में बीपी और हार्ट रेट को काबू में रखने के लिए लगातार प्रैक्टिस जरूरी है, वो भी किसी ट्रेंड कोच की देख रेख में।
शॉर्ट कट का न लें सहारा
केडी सिंह बाबू स्टेडियम की एथेलेटिक कोच विभा सिंह का कहना है कि कभी-कभी अभ्यर्थी सोचते हैं कि पहले पढ़ाई कर लें और वे फिजिकल ट्रेनिंग का ध्यान ही नहीं रखते है। उन्हें लगता है कि लिखित परीक्षा होने के बाद वे एक या दो माह में दौड़ लगा कर पूरी तरह से तैयार हो जायेंगे। अभ्यर्थी यूट्यूब देख कर शॉर्ट कट अपनाते हैं। इन्हीं वजहों से अभ्यर्थियों को हार्ट और बीपी की प्रॉब्लम आती है। जब अभ्यर्थी दौड़ लगाते हैं तब उन्हें नहीं पता होता कि उस दौरान उनकी हार्ट बीट कितनी तेज हो जाती है। उस समय अभ्यर्थी इस पर ध्यान ही नहीं देता है, वह सोचता है कि किसी भी हाल में तय समय पर दूरी तय करनी है। ऐसे में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवा को रोजाना प्रैक्टिस करनी चाहिए और किसी ट्रेनर से जरूर बात करते रहें।
भर्ती की प्रक्रिया पांच चरणों में होती है पूरी
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया पांच चरणों में होनी है। पहला चरण लिखित परीक्षा था, जो पूरा हो गया है। दूसरा चरण फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट है, इसके बाद तीसरा चरण फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट, चौथा चरण डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन और पांचवा मेडिकल टेस्ट होगा। सभी चरणों में जो अभ्यर्थी पास होंगे, उनकी मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी और उसी के आधार पर नियुक्ति की जाएगी।