लखनऊ (ब्यूरो)। अकबरनगर प्रथम व द्वितीय में कुकरैल नदी व बंधे के विस्थापितों को पीएम आवास योजना के भवनों का आवंटन कराने के लिए अब सिर्फ पांच हजार रुपये पंजीकरण धनराशि जमा करनी होगी। एलडीए द्वारा विस्थापितों के लिए अकबरनगर में लगाये गये विशेष पंजीकरण शिविर में पहुंचे वीसी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी ने लोगों की मांग पर पंजीकरण धनराशि घटाकर आधी कर दी है। इसके अलावा भी विस्थापितों को आवास व दुकान के लिए कई सहूलियतें दी गयी हैं। रविवार को शिविर के दूसरे दिन आठ लोगों ने धनराशि जमा कराके पीएम आवास के लिए पंजीकरण कराया।
यहां लगा है शिविर
अपर सचिव ज्ञानेेंद्र वर्मा ने बताया कि अकबरनगर प्रथम व द्वितीय में कुकरैल नदी व बंधे के विस्थापितों को आवास के लिए पंजीकरण कराने मेें किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए वीसी के आदेशानुसार अकबरनगर पुलिस चौकी के पास ही विशेष पंजीकरण शिविर लगाया गया है। शिविर में 82 लोगों ने पीएम आवास योजना के फार्म लिए। जिसमें से अकबरनगर प्रथम की हसीन जहां, कुतुबुद्दीन बेग एवं लतीफ खान तथा अकबरनगर द्वितीय के मो। शफीक, मधु सोनकर, राम खिलावन, राजेश शिल्पकार एवं रमेश कुमार ने सभी दस्तावेजों के साथ 5 हजार रुपये जमा कराके आवास के लिए पंजीकरण कराया। इसके अलावा कैम्प में आये 21 विस्थापितों ने डूडा आसरा आवास योजना के लिए पंजीकरण कराया।
पहले 10 हजार थी राशि
अपर सचिव ने बताया कि पीएम आवास योजना के भवनों के लिए पंजीकरण धनराशि 10 हजार रुपये थी, जिसे वीसी ने विस्थापितों की सहूलियत के लिए घटाकर पांच हजार रुपये कर दिया है, शेष धनराशि 10 वर्षों की आसान किश्तों में देनी होगी। इसी तरह व्यावसायिक श्रेणी के विस्थापित एलडीए की विभिन्न योजनाओं में रिक्त दुकानों को एक या उससे अधिक संख्या में ले सकेंगे। जिसके लिए मात्र 15 प्रतिशत धनराशि के अग्रिम भुगतान पर दुकान का कब्जा दे दिया जाएगा, शेष धनराशि 10 वर्षों की आसान किस्तों में देनी होगी।
यहां भी मिलेगी सुविधा
इसके अलावा विस्थापितों में से जिनके परिवार बड़े हैं या जो अधिक क्षेत्रफल के आवास लेना चाहते हैं तो वे कानपुर रोड, जानकीपुरम, शारदा नगर, प्रियदर्शिनी योजना समेत प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं में रिक्त फ्लैटों को 15 प्रतिशत धनराशि के एडवांस भुगतान पर लेकर निवास कर सकेंगे। शेष रकम 10 साल की आसान किश्तों में देनी होगी। शिविर में विशेष कार्याधिकारी डीके सिंह, श्रद्धा चौधरी, रविनंदन सिंह, रोहित सिंह व अधिशासी अभियंता संजीव कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।