लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग में एमडीआर पीड़ित की इलाज के दौरान गुरुवार को मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकार हंगामा किया। दरअसल, बस्ती निवासी 72 वर्षीय जैसराम को मल्टी ड्रग रजिस्टेंट टीबी थी। मरीज को सांस लेने में समस्या बढ़ी तो परिजन उन्हें केजीएमयू लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने मरीज को देखने के बाद भर्ती करने की सलाह दी। बेटा सर्वेश व परिवार के अन्य सदस्य स्ट्रेचर की तलाश में कई जगह गए। आरोप है कि उन्हें स्ट्रेचर व व्हील चेयर नहीं मिली।

लापरवाही का लगाया आरोप

परिवारीजन मरीज को गोद में उठाकर एमडीआर वार्ड की तरफ गए। वहां लिफ्ट या रैंप का कोई इंतजाम नहीं था। परिवारीजन मरीज को गोद में लेकर सीढ़ी से वार्ड पहुंचे। बेटे सर्वेश का आरोप है कि भर्ती करने के बाद किसी भी डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ ने मरीज को नहीं देखा। इसकी वजह से पिता जी की हालत लगातार बिगड़ती चली गई और उनकी मौत हो गई। परिजनों ने हंगामा किया तो डॉक्टरों ने किसी तरह समझाकर सभी को शांत कराया। प्रवक्ता डॉ। सुधीर सिंह ने बताया कि मरीज को भर्ती कर इलाज उपलब्ध कराया गया था। अगर किसी को आपत्ति है तो विभागाध्यक्ष से शिकायत कर सकता है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

**************************************

राजधानी मेें मिले डेंगू के 54 मरीज

जनपद में गुरुवार को डेंगू के 54 मरीज मिले, जिनमें अलीगंज में 8, सरोजनीनगर में 3, चंदरनगर में 9, टूडियागंज में 5, गोसाईगंज में 1, सिल्वर जुबली में 6, इंदिरा नगर में 7, काकोरी में 1, एनके रोड में 4, ऐशबाग में 3, बीकेटी में 2, रेडक्रास में 3 और चिनहट में 2 रोगी पाये गये। जनवरी 2024 से अब तक जनपद में डेंगू के कुल 2249 एवं मलेरिया के कुल 475 रोगी पाये गये हैं। वहीं, 2 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया।