लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू में शुक्रवार को एमबीबीएस की एक छात्रा ने सुसाइड करने का प्रयास किया। उसने एक प्रोफेसर के डांटने पर हाथ की नस काटकर जान देने की कोशिश की। साथी स्टूडेंट्स ने उसे तुरंत ट्रामा में एडमिट कराया, जहां इलाज करने के बाद उसे पेरेंट्स के साथ भेज दिया गया है। केजीएमयू प्रशासन के अनुसार अटेंडेंस में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद छात्रा ने यह कदम उठाया।
बिना क्लास के अटेंडेंस लग रही थी
मिली जानकारी के अनुसार जनरल सर्जरी विभाग की क्लास में एमबीबीएस लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स अटेंडेंस लगाने के बाद बैठ गए। जब प्रोफेसर क्लास में पहुंचे और अटेंडेंस का मिलान किया तो पता चला कि दो छात्र क्लास में नहीं आए हैं, लेकिन उनकी अटेंडेंस लगी है। वहीं अगले दिन जब फिर दोबारा अटेंडेंस रजिस्टर चेक किया गया तो सामने आया कि 20 मेडिकोज की अटेंडेंस लगा दी गई थी, जो क्लास में नहीं थे। इसके बाद यह जानकारी सीनियर्स को दी गई। इस पर सीनियर डॉक्टर ने छात्रों को जमकर डांटा और डीन से शिकायत और एग्जाम में न बैठने देने की बात कही।
छात्रा ने हॉस्टल में काटी नस
प्रोफेसर की डांट और शिकायत की बात से परेशान छात्रा ने हॉस्टल में जाकर हाथ की नस काटकर जान देने का प्रयास किया। अन्य छात्र उसे तुरंत ट्रामा ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया। डॉक्टरों के अनुसार छात्रा की केवल स्किन कटी है, नस नहीं। खतरे की कोई बात नहीं थी। इसके बाद छात्रा को ट्रामा से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
परिजनों को बुलाया गया
वहीं, इस मामले में सीनियर डॉक्टरों ने छात्रा के परिजनों को संस्थान बुलाकर पूरे मामले की जानकारी दी और उसे परिजनों के साथ भेज दिया है। हालांकि जांच का विषय यह है कि अटेंडेंस लगवाई गई है या किसी ने जानबूझकर लगा दी है।
किसके कहने पर स्टूडेंट्स की अटेंडेंस लगाई गई, इसकी जांच कराई जा रही है।
- डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू