लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में आये दिन सिटी बसों के हादसों का शिकार होने की खबरें सामने आती रहती हैं। कभी आग लगना, कभी ब्रेक फेल होना तो कभी अन्य वजहों से हादसे होने की बात सामने आती है। कई सिटी बसें खटारा हो चुकी हैं। अधिकारियों की माने तो अगले साल चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा।

107 पुरानी सीएनजी बसें दौड़ रहीं

राजधानी में इस समय 247 सिटी बसें दौड़ रही हैं, जिनमें 140 ईवी बसें हैं और 107 सीएनजी बसें हैं। हालांकि, 25 ईवी बसें अयोध्या भेजी गई थीं, जो अभी तक वापस नहीं आई हैं। इन बसों से रोजाना 30 से 35 हजार दैनिक यात्री सफर कर रहे हैं। सीएनजी बसों की बात करें तो इनकी हालत सबसे ज्यादा खराब है। आए दिन इनसे कोई न कोई हादसा होता रहता है, जिससे इनकी फिटनेस पर भी सवाल उठते हैं। करीब 14 साल पुरानी हो चुकी बसों की बॉडी जर्जर हो चुकी है। इन बसों को दुरुस्त कराने के लिए सिटी ट्रांसपोर्ट के पास कोई बजट भी नहीं है, जबकि इससे पहले कई बसों का फिटनेस न होने की वजह से चालान तक कट चुका था। ऐसे में, यात्री पुरानी बसों में सफर करने को मजबूर हैं।

मार्च-अप्रैल में हटाई जायेंगी पुरानी सीएनजी बसें

आरके त्रिपाठी, एमडी, सिटी ट्रांसपोर्ट, लखनऊ ने बताया कि सभी बसों का फिटनेस सर्टिफिकेट संग बीमा आदि पूरा है। अभी इन बसों को 15 साल पूरे नहीं हुए हैं। जहां तक पुरानी बसों का सवाल है, उनको अगले साल मार्च-अप्रैल से चरणबद्ध तरीके से हटाने का काम किया जाएगा। जल्द ही ईवी बसें भी आने वाली हैं। ऐसे में, जल्द ही पुरानी बसें राजधानी की सड़कों से हट जायेंगी।

सभी बसों का फिटनेस व बीमा पूरा है। अगले साल मार्च के बाद से पुरानी बसों को हटाया जाएगा। जल्द ही नई ईवी बसें मिलने वाली हैं।

आरके त्रिपाठी, एमडी, सिटी ट्रांसपोर्ट, लखनऊ