लखनऊ (ब्यूरो)। पीजीआई क्षेत्र के कल्ली पश्चिम और गजवरियन खेड़ा गांव में फैले डायरिया की सूचना के अगले दिन आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वहीं, गांव में उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित पांच नये मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया। जलकल विभाग ने पांच घरों से जीवाणु और रासायनिक सैंपल लेकर अलीगंज स्थित लैब में जांच के लिये भेज दिए हैं। वहीं, अस्पताल में भर्ती रोगियों की सेहत में सुधार है। अधिकारियों ने मृतक राम लाल के परिजनों से भी मुलाकात की।
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
महापौर सुषमा खर्कवाल, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त अरविंद कुमार राव, अपर निदेशक लखनऊ मंडल डॉ। जीपी गुप्ता, सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल व महाप्रबंधक जलकल मनोज कुमार आर्या समेत अन्य अधिकारी गांव पहुंचे। जहां उन्होंने मृतक परिवार के सदस्यों से मिलने के साथ ही गांव का निरीक्षण किया। इस दौरान ग्रामीणों में नाराजगी देखने को मिली। गांव के श्याम सुंदर, अशफाक ने बताया कि नगर निगम में शामिल होने के बावजूद यहां साफ सफाई के कोई इंतजाम नहीं हैं। यहां कोई सफाई कर्मचारी झांकने तक नहीं आता है। जिसपर महापौर और नगर आयुक्त ने नाराज ग्रामीणों को समझाया और तुरंत दोनों गांवों में सफाई अभियान चलाकर नालियों, गलियों और खाली प्लाटों पर पड़े कूड़े का उठाया गया। पूरे गांव में फॉगिंग और नालियों व तालाब में एंटीलार्वा के छिड़काव के साथ ब्लीचिंग पाउडर डाला गया। शुद्ध व क्लोरीन युक्त पेयजल टैंकर की व्यवस्था की गई है। जलकल के अधिकारियों ने पेय जल आपूर्ति को ठीक और जांच में कोई लीकेज नहीं मिलना बताया।
टीम द्वारा 72 लोगों की जांच की गई
सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल के नेतृत्व में सीएचसी मोहनलालगंज और सरोजनीनगर की टीम ने दोनों गांव में उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित 72 लोगों की जांच कर ओआरएस समेत अन्य दवाएं दी। ग्रामीणों को पेयजल के लिये टैंकर व एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। गांव में दिन भर सफाई अभियान चलाया गया। नगर निगम दस्ते ने गांव की नालियों व कूड़े की सफाई की। एंटीलार्वा का छिड़काव और फॉगिंग की गई। अधिकारियों ने बताया कि गांव में गंदगी के चलते संक्रमण फैलने से लोग डायरिया व बुखार की चपेट में आए हैं। डॉ। सीके यादव ने बताया कि दोनों गांव में ग्रामीणों की सेहत पर नजर रखने के लिए तीन दिन स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा। नेशनल मेडिकल मोबाइल यूनिट की टीम लोगों की सेहत की जांच के साथ जरूरी उपचार मुहैया कराएगी। जरूरत पड़ने पर रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। 108 एम्बुलेंस गांव में 24 घंटे मुस्तैद रहेगी। दूसरी ओर जलकल विभाग ने पांच ग्रामीणों के घर से जीवाणु और रासायनिक नमूने लिये हैं। इन्हें सील पैक कर जांच के लिए अलीगंज स्थित राज्य स्वास्थ्य संस्थान की लैब में भेजा गया है।