लखनऊ (ब्यूरो)। बढ़ते तापमान के कारण अब उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। वजह यह है कि तापमान में हो रहे इजाफे से निपटने के लिए बिजली सिस्टम को अपग्रेड किया जाएगा। जिसका फायदा यह होगा कि उपभोक्ताओं को बढ़ती गर्मी में भी भरपूर बिजली मिलेगी साथ ही ट्रिपिंग और लो वोल्टेज की समस्या से राहत मिल जाएगी।

इस वजह से पड़ी जरूरत

इस बार तापमान 45 डिग्री के ऊपर पहुंचा। ऐसे में सभी इलाकों से बिजली की डिमांड में भी पांच से छह गुना वृद्धि देखने को मिली। बेतहाशा बिजली डिमांड बढ़ने से बिजली सिस्टम भी हांफ गया। उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या का सामना करना पड़ा। कई बार तो उपभोक्ताओं ने सबस्टेशन में हंगामा भी किया। इसे ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया।

160 करोड़ का बजट

मध्यांचल डिस्कॉम की ओर से लेसा को 160 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। इस बजट के आधार पर लेसा के अंतर्गत सभी डिवीजन में बिजली सिस्टम को अपग्रेड किया जाना है। इसमें मुख्य रूप से उपकेंद्रों को डबल सोर्स सप्लाई, नई लाइन बिछाया जाना, अंडरग्राउंड केबिलिंग, ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमता बढ़ाया जाना इत्यादि शामिल है।

इन इलाकों को सीधा फायदा

वैसे तो इस अपग्रेडेशन का फायदा सभी इलाकों में रहने वाले उपभोक्ताओं को मिलेगा लेकिन खासतौर पर उन इलाकों के उपभोक्ता ज्यादा लाभांवित होंगे, जहां इस बार बिजली संकट अधिक देखने को मिला है। इन इलाकों में गोमतीनगर, आलमबाग, तेलीबाग, अलीगंज इत्यादि शामिल हैं। सबसे पहले इन इलाकों में ही बिजली सिस्टम अपग्रेडेशन का काम किया जाएगा।

उपभोक्ताओं को फायदा

1- लो वोल्टेज से राहत

2- सतत बिजली सप्लाई

3- ट्रांसफॉर्मर नहीं फुकेंगे

4- सप्लाई लाइन बाधित नहीं होगी

5- इलेक्ट्रॉनिक उपकरण रहेंगे सेफ

अभी चल रहा है काम

वर्तमान में रिवैम्प योजना के अंतर्गत कई इलाकों जैसे इंदिरानगर, चिनहट इत्यादि में नए बिजली के पोल लगाने और एबीसी लाइन संबंधी कार्य चल रहा है। इस समय बिजली की डिमांड में गिरावट जरूर है लेकिन उमस अधिक होने की वजह से रात में अचानक से बिजली की डिमांड में उछाल देखने को मिल रही है। हालांकि अब पहले के मुकाबले बिजली सप्लाई में खासा सुधार देखने को मिल रहा है।

डीपीआर मांगा गया है

मध्यांचल की ओर से लेसा को जो बजट जारी किया गया है, उसके आधार पर सभी अभियंताओं से डीपीआर मांगा गया है। डीपीआर के माध्यम से यह स्पष्ट हो जाएगा कि किस एरिया में किस तरह से बिजली सिस्टम को अपग्रेड किया जाएगा। उसके बाद उसके आधार पर ही संबंधित एरिया में कदम उठाए जाएंगे।

बिजली चोरों पर फोकस

बिजली चोरी करने वालों पर लगाम लगाने के लिए उन इलाकों में रात में कांबिंग की जा रही है, जहां बिजली चोरी के मामले सामने आए हैैं या पहले आ चुके हैैं। इसमें पुराने लखनऊ व फैजुल्लागंज के कई मोहल्ले शामिल हैैं। इसके साथ ही नए एरियाज में भी बिजली टीमों की ओर से नजर रखी जा रही है। बिजली चोरी होने से सिस्टम पर दो से तीन गुना तक अधिक भार पड़ता है। इसकी वजह से भी ट्रिपिंग और लो वोल्टेज की समस्या सामने आती है। अभी तक दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ बिजली चोरी मामले में एक्शन लिया जा चुका है। उपभोक्ताओं से भी अपील की जा रही है कि बिजली चोरी न करें।