लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के 33 वार्डों में अगले महीने से डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था बदलने जा रही है। अन्य वार्डों की तरह इन वार्डों में भी निजी कंपनी को वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेदारी देने की कवायद शुरू कर दी गई है। अभी कंपनियों का प्रेजेंटेशन चल रहा है और जो बेहतर कंपनी सामने आएगी, उसे जिम्मेदारी दी जाएगी।
अभी निगम संभाल रहा
वर्तमान समय में 77 वार्डों में निजी कंपनी की ओर से वेस्ट कलेक्शन का काम किया जा रहा है, जबकि 33 वार्डों में नगर निगम की ओर से घरों से वेस्ट कलेक्ट किया जा रहा है। पहले ही निगम प्रशासन की ओर से फैसला लिया गया था कि इन वार्डों में भी निजी कंपनी को जिम्मेदारी दी जाएगी और अब इस दिशा में कंपनियों का प्रेजेंटेशन भी शुरू कर दिया गया है।
मैन पावर पर फोकस
टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से चयनित की जाने वाली कंपनी के पास संसाधन और मैन पावर को देखा जाएगा। निगम प्रशासन का प्रयास यही है कि स्वच्छता सर्वेक्षण की मुख्य परीक्षा से पहले सभी घरों को वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था से जोड़ लिया जाए। अभी जिन वार्डों में भी निजी कंपनी की ओर से वेस्ट कलेक्शन का काम किया जा रहा है, उन्हें भी निर्देश दिए गए हैैं कि अपने इलाकों में शत प्रतिशत घरों से वेस्ट कलेक्ट किया जाए।
पब्लिक को राहत
जब निजी कंपनी को वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेदारी दी जाएगी तो इसका सीधा फायदा इन वार्डों में रहने वाली जनता को मिलेगा। अभी कई बार कंपलेन सामने आती है कि नियमित रूप से घरों से वेस्ट नहीं उठता है। ऐसे में जब कंपनी के पास जिम्मेदारी होगी तो जवाबदेही भी सुनिश्चित की जा सकेगी।
ये भी कदम उठाने की तैयारी
निगम प्रशासन की ओर से सभी आठ जोन में राइड साइड क्लीन कांसेप्ट भी लाया गया है। इसके अंतर्गत पोर्टेबल कांसेप्ट लगाए जाने का काम शुरू किया जा रहा है। गोमतीनगर से इसकी शुरूआत भी कर दी गई है। लंबे समय से इस पर भी काम किया जा रहा था। इस व्यवस्था के लागू होने से रोड साइड ओपन डंपिंग प्वाइंट्स की समस्या समाप्त हो जाएगी। इस व्यवस्था को सभी आठ जोन जिसमें हजरतगंज, तेलीबाग, आलमबाग, इंदिरानगर, अलीगंज में लागू किया जाना है। सर्वेक्षण में इस प्वाइंट का अहम रोल भी है।