लखनऊ (ब्यूरो)। नगर निगम की ओर से राजधानी के बड़े टैक्स बकाएदारों की लिस्ट तैयार कराई जा रही है, जो करीब 300 करोड़ रुपये का टैक्स दबाए बैठे हैं। अगर नगर निगम को ये रकम मिल जाती तो नई रोड्स, नए पार्क समेत अन्य विकास कार्यों को रफ्तार दी जा सकती है, जिसका सीधा फायदा राजधानी की जनता को ही मिलेगा। इस बार नगर निगम प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर तीन नवंबर तक बकाया टैक्स जमा नहीं किया गया तो बकाएदारों के खिलाफ सीलिंग और कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
कई सालों से नहीं जमा किया
कई बड़े बकाएदारों ने लंबे समय से टैक्स जमा ही नहीं किया है। इसकी वजह से टैक्स की राशि भारी-भरकम हो गई है। बड़े बकाएदारों में कॉमर्शियल प्रतिष्ठान शामिल हैैं। इन्हें पहले भी नोटिस दी गई है, लेकिन अभी तक उनकी ओर से टैक्स क्लियर नहीं किया गया है। गुजरते वक्त के साथ बकाये टैक्स की राशि बढ़ती जा रही है।
सभी जोन में लिस्ट तैयार
निगम प्रशासन की ओर से इस बार सभी आठ जोन में बड़े टैक्स बकाएदारों की लिस्ट तैयार कराई जा रही है। बड़े बकाएदारों के नाम समाचार पत्रों में भी प्रकाशित किए जाएंगे। जो बड़े बकाएदार हैैं, उन्हें नोटिस भेजने के साथ ही निगम की टीमें भी उनके पास जा रही हैैं और टैक्स जमा करने संबंधी अपील कर रही हैैं। इसके साथ ही बड़े बकाएदारों को बकाया टैक्स जमा करने संबंधी एसएमएस भी भेजे जा रहे हैैं।
50 हजार से अधिक बकाया
निगम प्रशासन की ओर से ऐसे बड़े बकाएदारों को नोटिस भेजा जा रहा है, जिन पर 50 हजार या उससे अधिक की राशि बकाया है। कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों के मुकाबले भवन स्वामियों की ओर से टैक्स जमा करने का आंकड़ा बेहतर है। अभी तक तीन लाख से अधिक भवन स्वामी अपना टैक्स जमा कर चुके हैैं।
दिवाली तक का समय
निगम प्रशासन की ओर से बड़े टैक्स बकाएदारों को तीन नवंबर तक का समय दिया गया है। इस समयावधि तक अगर टैक्स जमा नहीं कराया जाता है तो सीलिंग के साथ कुर्की भी की जाएगी। बड़े बकाएदारों में कई सरकारी विभाग भी शामिल हैैं, जिन्हें भी नोटिस भेजी जा रही है।
जो बड़े टैक्स बकाएदार हैैं, उन्हें नोटिस भेजने का काम शुरू कर दिया गया है। निर्धारित समयावधि में टैक्स जमा न करने वालों के खिलाफ तीन नवंबर के बाद से कार्रवाई शुरू की जाएगी।
अशोक सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम