लखनऊ (ब्यूरो)। दीपावली के पर्व में अब कुछ दिन ही शेष बचे हैं। दूसरे शहरों में रहने वाले लखनऊ के निवासियों के घर आने का क्रम शुरू हो गया है। मुंबई और बेंगलुरु से राजधानी आने वालों का फ्लाइट का किराया देखकर पसीना छूट रहा है। 25 से 30 अक्टूबर के बीच मुंबई से वापसी का किराया 25 हजार के पार पहुंच गया है तो बेंगलुरु से आने के लिए भी 16 हजार रुपये का टिकट है। आने वाले दिनों में मुसाफिरों की संख्या बढऩे के साथ ही किराया और बढऩे की आशंका है।
काफी बढ़ गया है किराया
इंडिगो की मुंबई से आने वाली नानस्टाप फ्लाइटों में 25 अक्टूबर को अधिकतम किराया 25,659 रुपये है। 26 अक्टूबर को 18,444, 27 व 28 को 13,450 और 29 को 12,350 रुपये है। इसके अलावा एयर इंडिया का इन्हीं तिथियों में 15,900 रुपये से 22,624 रुपये तक है। इसके अतिरिक्त बेंगुलरु से आने वालों को भी महंगा टिकट लेना पड़ रहा है। 25 से 30 अक्टूबर के बीच बेंगलुरु से आने का टिकट 14,640 रुपये से लेकर 18,315 रुपये तक दिख रहा है।
ट्रेन में सीटें भी दे रहीं पेन
अभी से दिल्ली और मुंबई से राजधानी आ रही ट्रेनों में अधिकांश सीटें फुल चल रही हैं। उधर चारबाग रेलवे स्टेशन, लखनऊ जंक्शन, बादहशाहनगर स्टेशनों पर भीड़ उमडऩे लगी है। आने वाले दिनों में यात्रियों की आवाजाही और बढ़ेगी। आइए जानते हैं किस ट्रेन की क्या स्थिति है।।।
वंदे भारत एक्सप्रेस
आनंद विहार से लखनऊ आने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की चेयरकार में 26 से 30 अक्टूबर के बीच वेङ्क्षटग 86 से 119 के बीच दिख रही है। इकोनामी क्लास भी पूरी तरह फुल है और इन्हीं डेट में इसकी वेटिंग लिस्ट 29 से 48 के बीच दिख रही है।
अरुणाचल एक्सप्रेस
अरुणाचल एक्सप्रेस में 10 नवंबर तक थर्ड एसी इकोनामी से लेकर फस्र्ट क्लास तक की लंबी वेङ्क्षटग है। इसके अलावा तेजस एक्सप्रेस भी फुल है। कुछ ऐसा ही हाल शताब्दी एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों का भी है।
पुष्पक एक्सप्रेस
मुंबई से आने वाली पुष्पक एक्सप्रेस भी फुल है। 25, 27 व 28 अक्टूबर को तो फस्र्ट क्लास के एसी के टिकट भी नहीं बन पा रहे हैं। स्लीपर, सेकंड एसी व थर्ड एसी में भी लंबी प्रतीक्षा सूची है।
वार रूम से रख रहे नजर
दीपावली का त्योहार आते ही रेलवे और बस स्टेशनों पर मुसाफिरों की भीड़ अब बढऩे लगी है। ऐसे में इन पर नजर रखने के लिए वार रूम बनाए गए हैं और उसमें कर्मचारियों की ड््यूटी भी लगा दी गई है। सीसीटीवी की नजर से कर्मचारी स्टेशन के चप्पे-चप्पे पर नजर रख रहे हैं।