लखनऊ (ब्यूरो)। लगातार बढ़ती गर्मी से स्किन संबंधित तमाम बीमारियां फैल रही हैं, जिसके कारण सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक, सनबर्न, घमोरियां आदि समस्या वाले मरीज ज्यादा आ रहे हैं। वहीं, बचाव के लिए ट्रीपल-सी की लेयर होना बेहद जरूरी है। यानि कैप, क्लाथ और क्रीम की ही मदद से तेज धूप से बचाव हो सकता है। ऐसे में पूरी सावधानी के साथ ही बाहर निकलें।
बड़ी संख्या में आ रहे मरीज
बलरामपुर अस्पताल के स्किन ओपीडी के सीनियर स्किन स्पेशलिस्ट डॉ। मसूद उस्मानी बताते हैं कि इस समय घमोरियों की समस्या वाले मरीज काफी आ रहे हैं। ओपीडी में रोजाना 50-60 मरीज आ जाते हैं। इसके अलावा, छोटे बच्चों में पेरिपोराइटिस यानि मवाद वाले छोटे दानों वाली समस्या देखने को भी मिल रही है। यह समस्या खासतौर पर गर्मी के दौरान ज्यादा होती है, जो पसीने वाले ग्लैंड में इंफेक्शन के कारण होती है। हालांकि, यह एंटीबायटिक्स से ठीक हो जाता है। रोजाना ऐसे 5-10 मरीज आ रहे हैं।
ट्रीपल-सी की मदद से करें बचाव
डॉ। उस्मानी आगे बताते हैं कि सनबर्न के रोजाना 10-15 मरीज आ रहे हैं। गर्मी और तेज धूप से बचाव के लिए मल्टी लेयर सुरक्षा की जरूरत होती है, जिसे ट्रीपल-सी भी कह सकते हैं यानि धूप व गर्मी से बचाव के लिए क्लॉथ, कैप और क्रीम यानि सनस्क्रीन की सुरक्षा बेहद जरूरी है। सिर पर लंबे घेराव वाली टोपी को पहनना चाहिए। पूरे शरीर को कवर करने वाले कॉटन व लाइट कलर के क्लॉथ पहनें। घर से निकलते वक्त क्रीम यानि सनस्क्रीन का भी उपयोग करें।
सनस्क्रीन का सही इस्तेमाल जानें
डॉ। उस्मानी के मुताबिक, सनस्क्रीन में एसपीएफ को लेकर लोगों में काफी कन्फ्यूजन रहता है। यूपी में पड़ने वाली गर्मी को देखते हुए एसपीएफ-30 वाली सनस्क्रीन ठीक कही जा सकती है, जो 96 पर्सेंट तक बचाव देता है। वहीं, एसपीएफ-50 वाली 99 पर्सेंट तक बचाव देती है। ऐसे में, दोनों में बहुत खास फर्क नहीं है। इसके अलावा, इसे चेहरे पर 4-5 एमएल से कम और हाथ में 10-15 एमएल कम नहीं लगाना चाहिए। याद रखें कि यह क्रीम 15 मिनट बाद काम करती है, जो करीब 4-6 घंटे ही सुरक्षा देती है। ऐसे में इसके बाद दोबारा क्रीम लगानी चाहिए। इसे पूरी तरह हाथ-मुंह को अच्छे से धोने के बाद ही लगाना चाहिए, तभी फायदा मिलेगा।
ओपीडी में स्किन संबंधित बीमारियों के मरीज लगातार आ रहे है। ऐसे में, गर्मी में ट्रीपल-सी प्रोटेक्शन बेहद जरूरी है। खासतौर पर सनस्क्रीन को सही तरीके से लगाना चाहिए।
-डॉ। मसूद उस्मानी, सीनियर स्किन स्पेशलिस्ट, बलरामपुर अस्पताल