लखनऊ (ब्यूरो)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किए गए केंद्रीय बजट को लेकर राजधानी में व्यापारी संगठनों की मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है। कई व्यापारिक संगठन इस बजट को स्टार्टअप और एमएसएमई सेक्टर के लिए संजीवनी मान रहे हैैं तो वहीं कई व्यापारी संगठन बजट को आंकड़ों की बाजीगरी कह रहे हैैं। ई कॉमर्स को लेकर कोई प्राविधान न किए जाने से व्यापारी थोड़े निराश हैं। बजट के अन्य बिंदुओं पर गौर फरमाए तो टैक्स स्लैब में परिवर्तन होने से जहां आंशिक राहत मिलती हुई नजर आ रही है, वहीं दूसरी तरफ कस्टम ड्यूटी में दी गई राहत से सोने और चांदी के दामों में भी गिरावट देखने को मिलेगी।
एक एक बिंदु पर लाइव मंथन
उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल एवं फिक्की के संयुक्त तत्वाधान में सपू मार्ग स्थित एक निजी होटल में एवं लखनऊ व्यापार मंडल की ओर से भी बजट पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जैसे-जैसे वित्त मंत्री की ओर से बजट पेश किया गया, व्यापारियों ने एक-एक बिंदु की समीक्षा करते हुए उसके फायदे और नुकसान पर मंथन किया।
व्यापारियों के पॉजिटिव प्वाइंट्स
1- टैक्स स्लैब में परिवर्तन होने से मिलेगी राहत
2- मुद्रा लोन की सीमा 20 लाख किए जाने से व्यापारियों को लाभ
3- गोल्ड एवं सिल्वर पर कस्टम ड्यूटी हटाए जाने से सोने की कीमत कम होगी
4- स्टार्टअप का एंजेल टैक्स समाप्त होने से स्टार्ट अप सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा
5- एमएसएमई सेक्टर को 100 करोड़ तक बिना सिक्योरिटी लोन देने की योजना से लाभ
व्यापारियों के निगेटिव प्वाइंट्स
1-इनकम टैक्स में आय की सीमा ज्यादा होनी चाहिए थी
2-मुद्रा लोन की सीमा का फायदा बड़े व्यापारियों को ही मिलेगा
3-टेक्सटाइल पर कस्टम ड्यूटी की छूट का फायदा जनता को नहीं मिलेगा
4-ई कॉमर्स पॉलिसी पर फोकस नहीं किया गया
ऊर्जा सेक्टर में निराशा
ऊर्जा सेक्टर से जुड़े लोगों की माने तो रूफ टॉप सोलर पैनल घरों में लगाकर 300 यूनिट मुक्त बिजली मिलेगी, जबकि सवाल यह है कि करोड़ों लोग ऐसे हैैं, जिनके पास अपनी छत नहीं है तो वह योजना का लाभ कैसे लेंगे। सरकार को कोई ऐसी योजना लानी चाहिए जिससे गरीब उपभोक्ताओं को लाभ मिल सके। सस्ती बिजली को लेकर भी कोई निर्णय नहीं आया है।
व्यापारियों की प्रतिक्रिया
एंजल टैक्स समाप्त करना बेहतर
बजट व्यापारियों एवं देश की जनता दोनों को उत्साहित करने वाला है। आयकर स्लैब में परिवर्तन से लोगों को राहत मिलेगी। मुद्रा लोन को 20 लाख तक किया जाना बेहतर कदम है। स्टार्टअप से एंजल टैक्स समाप्त होने से स्टार्टअप में निवेश के अवसर बढ़ेंगे।
संजय गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष, उप्र आदर्श व्यापार मंडल
सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी
जो बजट पेश किया गया, वो आंकड़ों की बाजीगरी है। व्यापारी वर्ग के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है, जिससे व्यापारी निराश हैैं। इनकम टैक्स में आय की सीमा ज्यादा होनी चाहिए। ई कॉमर्स को लेकर भी कोई प्लानिंग नजर नहीं आई।
अमरनाथ मिश्र, अध्यक्ष, लखनऊ व्यापार मंडल
हर सेक्टर में दिखेगा बदलाव
बजट घोषणाएं नई सरकार की प्राथमिकताओं में बदलाव का संकेत देती हैं, जिसमें ग्रामीण विकास, कौशल, रोजगार और कृषि के लिए आवंटन में वृद्धि की गई है। विनिर्माण क्षेत्र में नौकरियों को बढ़ावा मिलेगा। बजट में रोजगार, एमएसएमई विकास को शामिल किया गया है।
मुकेश सिंह, चेयरमैन यूपी कमेटी इंडो अमेरिकन चैंबर
बिजली उपभोक्ताओं को राहत नहीं
उम्मीद थी कि सस्ती बिजली को लेकर कोई कदम उठाया जाएगा लेकिन कुछ नहीं हुआ। जब किसानों के लिए पीएम कुसुम योजना लाई गई थी तो केंद्र की तरफ से जो निधियां जारी की गई थी, वह बहुत कम थीं। वर्ष 2022.23 के लिए उत्तर प्रदेश में कोई भी निधि आवंटित नहीं की गई। यह योजना भी आने वाले समय में केंद्र सरकार द्वारा आवंटित सब्सिडी पर ही निर्भर करेगी।
अवधेश कुमार वर्मा, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद
आयकरदाताओं को कम लाभ
आयकरदाताओं को इस बजट से बहुत लाभ नहीं मिलेगा। सैलरी इनकम पर जो स्टैंडर्ड डिडक्शन 50000 रुपये का मिलता था, उसे बढ़ाकर 75000 रु। कर दिया गया है। शेयर बिक्री से होने वाले कैपिटल गेन पर छूट की सीमा को 1 लाख से बढ़ाकर 1.25 लाख कर दिया गया है। पारिवारिक पेंशन पाने वालों को मिलने वाली छूट की सीमा को 15000 से बढ़ाकर 25000 कर दिया गया है। कैपिटल गेन से इन्डेक्सेशन हटाने से करदाताओं को नुकसान होगा।
अनुराग पांडेय, वाइस चेयरमैन एवं ट्रेजरार,
इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेन्टस ऑफ इंडिया,
लखनऊ शाखा
महिला सशक्तिकरण पर फोकस
इस बार का बजट काफी अच्छा है। खासतौर पर सोना और चांदी सस्ता हुआ है। महिला सशक्तिकरण के लिए कई प्रावधान किए गये है। जिससे महिलाओं को आगे बढऩे का मौका मिलेगा।
- प्रियंका
सोना-चांदी सस्ता
बजट में महिला सशक्तिकरण के लिए करीब 3 लाख करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है साथ ही एक्साइज ड्यूटी घटाने से सोना-चांदी सस्ता हुआ है। जो महिलाओं को ध्यान में रखते हुए अच्छा कदम है।
- प्रज्ञा खरे
टैक्स स्लैब में बदलाव
बजट में काफी अर्से के बाद टैक्स स्लैब में बदलाव किया गया है। जिससे नौकरी पेशा को थोड़ी राहत तो मिलेगी ही। हालांकि, इसमें और रियायत मिलनी चाहिए थी। इसके अलावा रोजगार पर भी फोकस किया गया है। जिससे युवाओं को और नौकरी मिलेगी।
- कपिल वर्मा
बजट औसत रहा है
इस बार का बजट औसत रहा है। मिडिल क्लास को ज्यादा राहत नहीं मिली है। टैक्स स्लैब में बदलाव स्वागत योग्य कदम है लेकिन इसे और बढ़ाना चाहिए था। खासतौर पर महिलाओं के ध्यान में रखते हुए और छूट मिलनी चाहिए थी।
- अंकित श्रीवास्तव