लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में पेट लवर्स की संख्या कम नहीं है। हालांकि, कई पेट लवर्स ऐसे भी हैं, जिनका अपने इन स्पेशल फ्रेंड्स को लेकर 'लव' बाकी लोगों के लिए मिसाल बन गया है, इन लोगों में ज्यादातर डॉग लवर्स हैं, जिन्होंने जर्मन शेफर्ड, डॉबरमैन, जैपनीज स्पिट्ज, लैब्राडॉर, चाइनीज पग जैसी कई ब्रीड्स के डॉग्स को अपनी फैमिली का मेंबर बना लिया है और वे उनकी केयर भी किसी इंसान की तरह ही करते हैं।

बच्चों की तरह होते हैैं पेट डॉग्स

आईटी कॉलेज मेट्रो स्टेशन के पास रहने वाली कनिका लालवानी ने बताया कि उनके पास जैपनीज स्पिट्ज है। वह उसको अपना बच्चा समझती हैैं और उसका वैसे ही ध्यान रखती हैैं। उनका कहना है कि जैसे हम ये नहीं सोचते कि हमारे बच्चों पर कितना खर्च होता है वैसे ही हम कभी ये नहीं सोचते कि हमारे पेट पर कितना खर्च हो रहा है।

डॉग्स के लिए करते हैैं कई इंतजाम

गोमती नगर के रहने वाले कुनाल के पास जर्मन शेफर्ड है। वह अपने डॉग के ऊपर महीने का करीब 10 हजार रुपये खर्च करते हैैं। खाने में ही उनका 4-5 हजार रुपये का खर्च हो जाता है। इसके अलावा, दवाइयों का, नहाने की चीजों का, अन्य चीजों का और गर्मी में एसी का खर्च मिलाकर 10 हजार रुपये तक खर्च हो जाता है। इसके अलावा, उसे रोज घुमाने भी ले जाते हैैं।

डॉग्स से घर भरा-भरा लगता है

जर्मन शेफर्ड और डॉबरमैन पालने वाले संजय अपने डाग्स पर 6-7 हजार रुपये से ऊपर हर महीने खर्च कर देते हैैं। उनके मुताबिक, डॉग्स के होने से घर भरा-भरा सा लगता है। उन्हें अकेलापन महसूस नहीं होता है। उन्होंने गर्मी में डॉग्स के लिए वॉटर डिस्पेंसर खरीद रखा है। उन्हें डाग्स बहुत पसंद हैैं इसलिए उन्होंने दो डॉग्स पाल रखे हैैं।

स्ट्रीट डाग्स को भी पिलाती हैैं पानी

चांदगंज निवासी शालिनी ने बताया कि उनके पास लैब्राडॉर है, जिसके ऊपर वह हर महीने 4-5 हजार रुपये खर्च करती हैैं। उन्होंने बताया कि इतनी गर्मी पड़ती है, जिसके चलते वह न सिर्फ अपने डॉग को बल्कि स्ट्रीट डॉग्स को भी पानी पिलाती हैैं। वह अपने डॉग को सुबह या शाम को घुमाने ले जाती हैैं।

डॉग लाइसेंस एक नजर में

3525 विदेशी बड़ी ब्रीड

2560 विदेशी छोटी ब्रीड

1760 देसी ब्रीड

प्रतिबंधित ब्रीड लाइसेंस

450 कुल लाइसेंस बने

257 रॉट विलर के

60 पिटबुल के

12 डोगो अर्जेनटीनो के

07 अमेरिकन बुलडॉग के

कितना है इन डॉग्स को पालने का खर्च

लैब्राडॉर

- इन डॉग्स का खाने का खर्च हर महीने 2-4 हजार रुपये तक आता है।

- इनकी नियमित देखरेख जरूरी है ताकि इनका फर साफ रहे।

- इनकी देखरेख में भी 500 से हजार रुपये तक महीने का खर्च आता है।

- इसके अलावा दवाई और इंजेक्शन का भी खर्च 2-3 हजार रुपये होता है।

जैपनीज स्पिट्ज

- खाने का खर्च 1-2 हजार रुपये प्रति माह होता है।

- ग्रूमिंग का खर्च 500 से हजार रुपये प्रति माह रहता है।

- हेल्थ केयर के लिए 1-2 हजार रुपये प्रति माह लगते हैं।

- खिलौने और बाकी चीजें मिलाकर 500 से हजार रुपये प्रति माह खर्च होते हैं।

जर्मन शेफर्ड

- इस डॉग को तीन महीने के इंजेक्शन लगवाने में 2 हजार रुपये तक खर्च होते हैं।

- खाने का खर्च 3-4 हजार रुपये प्रति माह तक आता है।

- बाकी चीजों का खर्च 2 हजार रुपये प्रति माह तक होता है।

डॉबरमैन

- खाने पर 2-5 हजार रुपये प्रतिमाह।

- हेल्थ केयर पर हजार रुपये प्रतिमाह।

- ग्रूमिंग के लिए 500 से हजार रुपये प्रतिमाह तक का खर्च।

- बाकी चीजों का भी 500 से हजार रुपये तक खर्च हो जाता है।