लखनऊ (ब्यूरो)। Lucknow Crime News: आगरा एक्सप्रेसवे पर 48 घंटे में मौत ने ऐसा तांडव मचाया कि कई घरों के चिराग बुझ गए। तेज रफ्तार व धुंध के चलते एक के बाद एक तीन बड़े एक्सीडेंट हुए। जिसमें न केवल गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए बल्कि उनमें सवार लोगों की मौत भी हो गई। कोई दूल्हा बनने वाला था तो किसी की बहन की डोली उठने वाली थी तो कोई मांगलिक कार्यक्रम कर हंसी खुशी घर लौट रहा था। पर सड़क हादसे ने कई परिवारों को कभी न मिटने वाला दर्द दे दिया।

ट्रक में घुसी कार, दुल्हन के भाई की मौत

आगरा एक्सप्रेसवे पर शनिवार आधी रात भीषण हादसा हो गया। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि चार दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा काकोरी थाना क्षेत्र में टोल प्लाजा के पास आधी रात करीब 1 बजे हुआ। डॉक्टर खेड़ा पारा निवासी महेंद्र नाथ का बेटा आयुष दीपक (24) बीकॉम फाइनल ईयर का छात्र था। उसकी बहन की संडे शाम बारात आनी थी। वह देर रात अपने चार दोस्तों के साथ मैगी खाने घर से निकला था।

ओवरटेक करते वक्त हुआ हादसा

एक्सप्रेसवे पर ओवरटेक करते हुए उसकी कार ट्रक से टकरा गई। हादसे में सभी लोग घायल हो गए। पुलिस की मदद से सभी को ट्रामा सेंटर भेजा गया। यहां आयुष की मौत हो गई। जबकि चार अन्य का इलाज चल रहा है। आयुष परिवार का इकलौता बेटा था। उसके पिता महेंद्रनाथ एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट कासिमाबाद, कटिहार फार्म में फार्म इंचार्ज के रूप में तैनात है।

दूल्हा, पिता और भाई की दर्दनाक मौत

वहीं, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार बेकाबू स्कार्पियो ने खड़े कंटेनर में टक्कर मार दी। इस हादसे में टीचर दूल्हे उसके बिजनेसमैन पिता व भाई की दर्दनाक मौत हो गई। तीनों बिहार के गया जिले के रहने वाले थे और गाजियाबाद से तिलक का सामान खरीदकर घर जा रहे थे। हादसे के बाद स्कार्पियो में 8 लाख रुपये कैश, 5 से 6 लाख की ज्वैलरी और शादी के कपड़ों के साथ गिफ्ट पैक पड़े मिले। हादसा इतना भयानक था कि गाड़ी के आगे का हिस्सा बुरी तरह डैमेज हो गया। हादसा संडे सुबह 6 बजे आगरा एक्सप्रेसवे पर काकोरी इलाके के टोल प्लाजा के पास हुआ। मरने वालों की पहचान बिहार के गया निवासी सौरभ (30), भाई गौरव (33) और उनके पिता संजय कुमार (55) के रूप में हुई। संजय गाजियाबाद में बिजनेस करते थे जबकि सौरभ टीचर थे। सौरभ का 18 नवंबर को तिलक था और 8 फरवरी को उसकी शादी होनी थी।

कोहरा व स्पीड बनी हादसे की वजह

पुलिस के अनुसार, आगरा एक्सप्रेसवे पर एक कंटेनर खड़ा हुआ था। स्कार्पियो की स्पीड काफी ज्यादा थी और सुबह के समय कोहरा व धुंध भी था। गाड़ी गौरव चला रहा था और स्पीड ज्यादा होने के चलते उसका कंट्रोल गाड़ी से हट गया था। हादसे के बाद यूपीडा की टीम ने स्कार्पियो का गेट तोड़ कर तीनों को गंभीर हालत में बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए लोकबंधु हॉस्पिटल लेकर पहुंची लेकिन इलाज शुरू होने से पहले उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

परिवार के सात लोगों की हुई मौत

दुबग्गा के मोहद्दीपुर गांव निवासी पप्पू लोधी इकलौते पोते का मुंडन मथुरा से करवा कर लौट रहे थे। रविवार देर रात ट्रैवलर के चालक को झपकी आ गई, जिससे वह डंपर से टकरा गया। हादसे में पप्पू के परिवार के सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मौजूदा समय में 18 लोगों का इलाज चल रहा है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के नसीरपुर इलाके में ट्रैवलर चालक को झपकी आ गई और ट्रैवलर अनियंत्रित हो गया, जबतक कुछ समझ पाते उससे पहले ही सड़क किनारे खड़े ट्रक (आरजे 05 जीवी 9156) में पीछे से टकरा गई।

तीन दोस्तों की हुई दर्दनाक मौत

आगरा एक्सप्रेसवे पर फ्राइडे रात काकोरी के रेवरी टोल प्लाजा के पास एक तेज रफ्तार कार ट्राले में घुस गई, जिसमें पांच लोग घायल हो गए। पुलिस ने राहगीरों की मदद से पांचों को बाहर निकाला और अस्पताल भेजा, जहां डाक्टरों ने तीन को मृत घोषित कर दिया। दो का इलाज चल रहा है। मृतकों में जयपुर निवासी शशांक राठौर, शिवम यादव और अनुज राठौर शामिल थे, जबकि अमन और शांतनु का इलाज चल रहा है। भाई अनूप ने बताया कि शशांक की दो दिसंबर को शादी होनी थी। वह लखनऊ से खरीदारी करना चाहता था इसलिए देर शाम दोस्तों के साथ निकला था।