लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के स्किन डिपार्टमेंट में जल्द ही मरीजों को टैटू, कील-मुहांसे और अनचाहे बालों को हटाने का भी ट्रीटमेंट मिलेगा। इसके लिए विभाग में करीब 1.62 करोड़ रुपये की चार एडवांस मशीनें खरीदी जानी हैं। इन्हें जल्द खरीदने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। मशीन लगने से मरीजों को इसका फायदा सस्ते और सुलभ इलाज के तौर पर मिलेगा। साथ ही मेडिकल स्टूडेंट्स को पढ़ाई के साथ रिसर्च का भी मौका मिलेगा।

एडवांस मशीनें लगाई जायेंगी

देश में कुछ ही मेडिकल कॉलेजों में डर्मेटोलॉजी डिपार्टमेंट की सुविधा है। केजीएमयू के स्किन डिपार्टमेंट में स्किन एमडी की सीटों के लिए मानक अनुरूप कई बदलाव करते हुए उसे पूरा करना है। यहां की ओपीडी में रोजाना 300 से अधिक मरीज आते हैं, जिनमें कईयों को कील-मुंहासे, अनचाहे बाल और टैटू के दाग, जन्मजात दाग-धब्बा, सर्जरी के बाद के निशान आदि की समस्या होती है। पर अभी तक यहां पर इसके ट्रीटमेंट के लिए कोई मशीन नहीं थी। जिसके कारण मरीजों को बाहर से महंगा ट्रीटमेंट करवाने के लिए मजबूर होना पड़ता था। इसी समस्या को देखते हुए संस्थान प्रशासन ने कई आधुनिक मशीनें खरीदने का निर्णय लिया है, जोकि करीब 1.62 करोड़ रुपये से खरीदी जाएंगी। साथ ही मेडिकल स्टूडेंट्स इसकी मदद से पढ़ाई और रिसर्च का भी काम कर सकेंगे, जिससे मरीजों का बेहतर ट्रीटमेंट किया जा सकेगा।

ये मशीनें आएंगी

विभाग में करीब 75 लाख रुपये की फ्रैक्शनल सीओ-2 लेजर मशीन आएगी। इसकी मदद से नॉन-सर्जिकल तरीके से चेहरे से कील-मुंहासों के निशान, स्किन पर कोई दाग-धब्बा या फिर महीन रेखाओं को आसानी से हटाया जा सकेगा। जहां लेजर तकनीक की मदद से यह काम किया जा सकेगा, जो बेहद कारगर होता है। इसके अलावा, 40 लाख रुपये की क्यू-स्विच लेजर मशीन भी शामिल है। जो टैटू के निशानों को बिना किसी साइड इफेक्ट के हटाने में मददगार साबित होगी। वहीं, 32 लाख रुपये की इंटेंस लप्स्ड लाइट मशीन और 15 लाख की एनबी-यूवीबी यूवीए चैंबर भी लगाया जाएगा। इन मशीनों की मदद से अनचाहे बालों को हटाने और झुर्रियां व आंखों के नीचे काले धब्बों को हटाया जा सकता है। अधिकारियों की माने तो जल्द ही मशीनों को खरीद लिया जाएगा ताकि जल्द से जल्द मरीजों को इसका लाभ मिल सके।

विभाग में कई मशीनें लाने की तैयारी चल रही है, जिसका फायदा मेडिकल स्टूडेंट्स और मरीजों, दोनों को मिलेगा।

-डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू