लखनऊ (ब्यूरो)। शिवरी प्लांट में लगे वेस्ट के ढेरों से निकलने वाली जहरीली गैस के निस्तारण का रास्ता साफ हो गया है। नार्वे से आई टीम ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ाया है। नार्वे से आई टीम की ओर से शिवरी में बॉयो सीएनजी प्लांट लगाने संबंधी निर्णय लिया गया है। इस कार्य में नगर निगम की ओर से भी सहयोग किया जाएगा। इसके साथ ही यहां पर वेस्ट निस्तारण को लेकर भी कवायद की जाएगी। इस बाबत भी कार्ययोजना तैयार हो चुकी है।
लंबे समय से कवायद
शिवरी प्लांट में लंबे समय से वेस्ट के ढेर लगे हुए हैैं। इनके निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। अब वेस्ट के ढेरों से निकलने वाली गैसों के निस्तारण की दिशा में प्रयास तेज किए गए हैैं। मंगलवार को नार्वे की टीम ने प्लांट का दौरा किया था और कई बिंदुओं पर स्थिति देखी थी। जिसके बाद अब निर्णय लिया गया है कि यहां पर बॉयो सीएनजी प्लांट लगाया जा सकता है। बुधवार को भी इस बिंदु पर मंथन किया गया है।
तेजी से निस्तारण पर फोकस
निगम प्रशासन की ओर से इस समय शिवरी प्लांट में वेस्ट निस्तारण को लेकर कई चक्रों में काम किया जा रहा है। इसके लिए अतिरिक्त टीमें भी लगाई गई हैैं। ठोस वेस्ट के निस्तारण के लिए भी कवायद की जा रही है। शिवरी प्लांट में 15 लाख मीट्रिक टन वेस्ट के ढेर लगे हुए हैैं। अगले साल मध्य तक इनके निस्तारण का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही यहां पर वेस्ट से बिजली बनाने संबंधी प्लांट को भी शुरू करने संबंधी प्लानिंग पर भी कई बिंदुओं पर काम शुरू कर दिया गया है।
नहीं नजर आएंगे प्राइवेट कर्मचारी
निगम प्रशासन की ओर से एक और बड़ा फैसला लिया गया है। यह फैसला डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन से जुड़ा हुआ है। निगम प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी घर से कोई प्राइवेट कर्मचारी वेस्ट नहीं कलेक्ट कर पाएगा। सिर्फ निगम द्वारा अधिकृत कर्मचारी ही वेस्ट कलेक्शन करेंगे। इस व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से इंप्लीमेंट किया जा रहा है।