लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में इन दिनों डेंगू काफी तेजी से फैला हुआ है। सिविल अस्पताल में भी बड़ी संख्या में डेंगू मरीज भर्ती हैं। यहां पर महिला और पुरुष वार्ड अलग हैं। दोनों ही जगह भर्ती मरीजों को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सुरक्षा के लिहाज से लगी मच्छरदानी भी गर्मी के चलते हटा दी गई है। वार्ड में तीमारदार मरीजों को हाथ से पंखा कर रहे हैं ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके। तीमारदारों के मुताबिक, एसी न चलने से काफी परेशानी हो रही है।
वार्ड का दरवाजा खुला छोड़ देते हैं
सीएमएस डॉ। राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों वार्ड में 4-4 एसी लगे हुए हैं। पर तीमारदार वार्ड का दरवाजा खुला छोड़ देते हैं, जिसकी वजह से कूलिंग नहीं हो पाती है। गार्ड उनको समझाते हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं होता है। फिर भी इसे दिखाया जाएगा ताकि कोई समस्या न हो।
डेंगू से महिला की मौत, स्वास्थ्य विभाग का इंकार
राजधानी में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी में मंगलवार को डेंगू के 25 एवं मलेरिया के 6 पॉजिटिव रोगी पाये गये। वहीं, फैजुल्लागंज में एक डेंगू मरीज की मौत हो गई। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अनुसार महिला मरीज की मौत का कारण डेंगू नहीं है।
मल्टीपल आर्गन फेल्योर हुआ
फैजुल्लागंज द्वितीय के प्रीति नगर निवासी 58 वर्षीय श्यामवंती देवी को डेंगू की पुष्टि के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हालांकि, सीएमओ ऑफिस डेंगू की वजह से मौत से इंकार कर रहा है। सीएमओ के मुताबिक, अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराये गये डाक्यूमेंट्स के अनुसार मृतका को टाइप-1 रेस्पेरेट्री फेल्योर, मल्टीपल आर्गन फेल्योर समेत कई अन्य समस्याएं थीं। मौत का कारण डेंगू न होकर रेफ्रेक्ट्री शॉक मल्टीपल आर्गन फेल्योर था। मिली जानकारी के अनुसार, उनका एंटीजन टेस्ट हुआ था जो पॉजिटिव आया था, पर एलाइजा टेस्ट करवाने पर रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके अतिरिक्त नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों व भवनों का निरीक्षण किया गया तथा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया।