लखनऊ (ब्यूरो)। नवरात्रि के दौरान रामलीला का मंचन भी किया जाता है। राजधानी में कई प्राचीन और मशहूर रामलीला समितियों द्वारा इसका मंचन किया जाता है। इसी खासियत के साथ श्रीरामलीला समिति महानगर द्वारा इसबार 62वां रामलीला महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यहां कुमाऊंनी शैली में होने वाली रामलीला शास्त्रीय रागों में निबद्ध होती है। जो खासतौर पर बच्चों द्वारा मंचित की जाती है।

बालिकाएं प्रमुख किरदार में
समिति की मीडिया प्रभारी हरीश उपाध्याय ने बताया कि 7 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक होने वाले इस महोत्सव में कई विविधताएं देखने को मिलेंगी। इसबार इसमें बालिकाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। जिसमें, राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न का पात्र लड़कियां ही निभाती हैं। इसबार यशी लोहुमी राम, अनुराधा मिश्रा सीता, फाल्गुनी लोहमी लक्ष्मण, कुणाल पंत दशरथ, हरीश उपाध्याय वशिष्ठ और भास्कर जोशी रावण का किरदार निभा रहे हैं। रामलीला का निर्देशन महेंद्र पंत के द्वारा किया जा रहा है।

चल रही अंतिम तैयारी
हरीश उपाध्याय के मुताबिक रामलीला का मंचन 7 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। इसके लिए रिहर्सल लगातार किया जा रहा है। बच्चों को शाम 6-9 के बीच इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है। इसबार बच्चों में काफी जोश देखने को मिल रहा है। सभी बच्चे पूरी लगन से रिहर्सल में जुटे हुए है। यह बच्चे पढ़ाई के बाद रामलीला रिहर्सल कर रहे है। इसबार दर्शकों को रामलीला मंचन का बेहद ही अलग अनुभव देखने को मिलेगा।

माता की चौकी लगेगी
वहीं, 5 अक्टूबर को को माता की चौकी लगेगी। जबकि, 12 का दशहरा उत्सव मनाया जाएगा। इसबार रावण का पुतला कितना ऊंचा और थीम क्या होगी यह जल्द ही तय किया जाएगा। सभी कलाकार जोर-शोर से तैयारी कर रहे है। रामलीला का किरदार निभाने वाले अधिकतर कलाकार गरीब घरों से आते है। जिनको सनातन संस्कृति से रूबरू कराने का काम किया जाता है।