लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की ओर से ग्रीन बेल्ट डेवलपमेंट की दिशा में कदम बढ़ाए जाने की तैयारी तेज कर दी गई है। जो प्लान बनाया गया है, उससे साफ है कि ग्रीन बेल्ट डेवलपमेंट के साथ अयोध्या रोड स्थित शक्ति वन के अधूरे कार्यों को भी जल्द पूरा कराया जाएगा। जिससे जनता को इसका लाभ मिल सके। कई पार्कों का भी डेवलपमेंट कराए जाने की योजना तैयार की गई है।

लंबे समय से कवायद

एलडीए की ओर से इस दिशा में लंबे समय से कवायद की जा रही थी। कई प्वाइंट्स पर ग्रीन बेल्ट की कंडीशन अच्छी नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए एलडीए की ओर से अपनी योजनाओं में ग्रीन बेल्ट डेवलपमेंट की दिशा में कदम आगे बढ़ाए गए हैैं। सबसे पहले ऐसी ग्रीन बेल्ट की लिस्ट तैयार कराई जा रही है, जो बदहाल हैैं। इसके बाद उनके रेनोवेशन की दिशा में कदम उठाए जाएंगे। सभी अपार्टमेंट्स के बाहर भी ग्रीन बेल्ट की कंडीशन को बेहतर किया जाएगा।

पार्कों पर भी फोकस

एलडीए की ओर से अपने पार्कों की कंडीशन को बेहतर बनाने की दिशा में फोकस किया गया है। एलडीए की ओर से अपने पार्कों की कंडीशन देखी जा रही है। जरूरत के हिसाब से वहां डेवलपमेंट के कार्य कराए जाएंगे। जिससे पार्कों में आने वालों को बेहतर सुविधाएं मिलें। इस कदम की मॉनीटरिंग वीसी स्तर से की जाएगी, जिससे सौंदर्यीकरण कार्य में लापरवाही न हो सके। इस कार्य को जल्द पूरा किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।

बजट की व्यवस्था

एलडीए की ओर से डेवलपमेंट से जुड़े कार्यों को कराने के लिए बजट की व्यवस्था कर ली गई है। इस कार्य में करीब 29 करोड़ खर्च होने हैैं। मुख्य फोकस ग्रीन बेल्ट और पार्क डेवलपमेंट पर किया गया है। इसके साथ ही ग्रीन कॉरीडोर के तीसरे और चौथे फेज को भी शुरू करने के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। वीसी की ओर से दोनों फेज को लेकर समीक्षा की जा रही है। प्रयास है कि सेकंड फेज कंप्लीट होते ही तीसरे फेज पर काम शुरू हो जाए।

योजनाओं को गति

वीसी प्रथमेश कुमार की ओर से निर्देश दिए गए हैैं कि जो योजनाएं अधूरी हैैं या काम धीमा है, उनमें तत्काल प्रभाव से तेजी लाई जाए। एलडीए का प्रयास यह भी है कि दिवाली के बाद सुल्तानपुर रोड योजना को लेकर भी कदम उठाए जाएं। इस योजना को लांच करने के लिए भी एलडीए की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैैं। इस योजना में आवासीय और कॉमर्शियल भूखंडों की सुविधा दी जानी है। खास बात यह है कि भूखंडों के रेट बजट फ्रेंडली रखे जाने की संभावना है।