लखनऊ (ब्यूरो)। अपनी सेहत बेहतर रखने के लिए लोग फलों का सेवन करते हैैं, पर क्या आपको पता है कि आप जो स्टीकर लगे फल खरीदकर ला रहे हैैं, उनका सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। दरअसल, स्टीकर में इस्तेमाल होने वाला गोंद रिस्क पैदा करता है। इतना ही नहीं, फलों को चमकाने के लिए भी कैमिकल का यूज हो रहा है, जो सेहत के लिए खतरनाक है। एफएसडीए की ओर से अब नए सिरे से इस दिशा में सैैंपलिंग अभियान शुरू करने की तैयारी की गई है।
ठेलों-दुकानों पर सजते हैैं फल
राजधानी की प्रमुख मार्केट्स से लेकर प्रमुख मार्गों के किनारे ठेलों-दुकानों पर ऐसे फलों को सजा हुआ देखा जा सकता है, जो न सिर्फ चमकीले नजर आते हैैं बल्कि उनमें स्टीकर भी लगे होते हैैं। फलों में स्टीकर लगे होने से पब्लिक को लगता है कि ये फल बेहद शुद्ध है और इनका सेवन करने से सेहत पर सकारात्मक असर पड़ेगा, जबकि हकीकत यह है कि स्टीकर लगे फलों या सब्जियों का सेवन करने से सेहत पर नकारात्मक असर देखने को मिलता है।
स्टीकर भी कई तरह के
एक हैरानी वाली बात यह भी है कि आपको हर ठेले पर फलों पर अलग-अलग तरह के स्टीकर देखने को मिलेंगे। एक स्टीकर तो वो होता है, जिसमें उसकी क्वालिटी, कहां से आया है और उसकी कीमत का जिक्र होता है, लेकिन कई स्टीकर ऐसे भी होते हैैं, जिनमें सेब या संबंधित फल की तस्वीर बनी होती है। कई स्टीकर ऐसे होते हैैं, जिसमें टेस्टेड ओके लिखा होता है।
पब्लिक को जानकारी नहीं
पॉश एरिया से लेकर घनी बस्तियों तक में स्टीकर लगे फलों और सब्जियों की धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है। एफएसएसएआई की ओर से स्टीकर को लेकर एडवाइजरी भी जारी की गई है। जिसमें साफ है कि फलों और सब्जियों में सीधे स्टीकर नहीं लगाना चाहिए। स्टीकर चिपकाने के लिए जो केमिकल का इस्तेमाल होता है, वो सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
चमक के लिए भी खेल
कई फल विक्रेताओं की ओर से फलों को चमकाने के लिए भी खेल किया जाता है। कोई फल के ऊपरी सतह पर तेल लगा देता है तो कोई वैक्स। लोग इस खेल को समझ नहीं पाते है और ऐसे फलों का सेवन करने से बीमार हो जाते हैैं। फलों की तरह सब्जी में भी इस तरह का खेल होता है।
ये बीमारियां घेर सकती हैैं
डॉक्टर्स की माने तो इस तरह के फलों का सेवन करने से कैंसर जैसी बीमारी आपको घेर सकती हैं। इसके साथ ही किडनी, लीवर, फेफड़ों पर भी असर देखने को मिल सकता है। वहीं, त्वचा संबंधी बीमारियां भी आपको घेर सकती हैं।
एफएसडीए करेगा अवेयर
एफएसडीए की ओर से अब थोक मंडियों से लेकर फुटकर दुकानों में जाकर फल व्यापारियों को अवेयर किया जाएगा। उनसे अपील की जाएगी कि वे लोग फलों में स्टीकर लगाकर उनकी बिक्री न करें।
इस तरह करें पहचान
अगर आपको लगता है कि जो फल आप खरीद कर लाएं हैैं, उन्हें चमकाने के लिए वैक्स इत्यादि का इस्तेमाल किया गया है तो उसकी पहचान आप आसानी से कर सकते हैैं। साफ कपड़े से फल की ऊपरी सतह को साफ करें, जिससे वैक्स कपड़े में आ जाएगी। इसके साथ ही आप गर्म पानी में भी फल को डाल सकते हैैं। अगर फल को चमकाने के लिए वैक्स, तेल या केमिकल का इस्तेमाल हुआ है तो वो गर्म पानी में उतराने लगेगा। इसके बाद आप एफएसडीए कार्यालय में संबंधित वेंडर की कंपलेन कर सकते हैैं।
हमारी ओर से लगातार अपील की जाती है कि फलों या सब्जियों में सीधे स्टीकर न लगाए जाएं। मंडियों से लेकर फुटकर व्यापारियों को इस बाबत फिर से जागरूक किया जाएगा।
विजय प्रताप सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर, फूड सेफ्टी, लखनऊ
स्टीकर लगे या ज्यादा चमकीले फलों का सेवन करना बेहद खतरनाक है। इसकी वजह से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी आपको चपेट में ले सकती है।
डॉ। सुधीर सिंह, रेडियोथेरेपी विभाग, केजीएमयू