लखनऊ (ब्यूरो)। जिला प्रशासन की ओर से लोगों को वेक्टर जनित रोगों से बचाने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया है और इसे इंप्लीमेंट करने के लिए विभागवार जिम्मेदारी तय कर दी गई है। इसी संबंध में मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब ने बैठक की और कई बिंदुओं पर निर्देश जारी किए।

प्लान 1

मोहल्लों में फॉगिंग हो

मंडलायुक्त ने कहा कि गली मोहल्लों में नियमित रूप से फॉगिंग, एंटीलार्वा का छिड़काव नियमित रूप से कराते रहें। फ्रिज, कूलर, टायर व गमलों आदि में पानी एकत्रित व जमा रहने से डेंगू का प्रकोप बढ़ता है। संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग (मलेरिया) की संयुक्त टीम बनाकर गली मोहल्लों में जागरूकता अभियान चलाया जाए। नाले नालों की सफाई के दौरान ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो।

प्लान 2

ड्रोन के माध्यम से स्प्रे

मंडलायुक्त ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वाटर लॉगिंग वाले एरिया में ड्रेनेज को चिन्हित कर साफ सफाई कराई जाए। नगर निगम द्वारा ड्रोन के माध्यम से एंटी लार्वा स्प्रे कराया जाए।

प्लान 3

स्कूलों पर भी विशेष फोकस

मंडलायुक्त ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूलों में भी सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। वाटर टैंक की सफाई ब्लीचिंग से कराए जाने को लेकर एडवाइजरी जारी की जाए। स्कूलों के सामने कुछ दिनों के लिए वेंडिंग जोन न लगने दें।

प्लान 4

पाइपलाइन चेकिंग

जीएम जलकल को निर्देश दिए गए कि वाटर लाइन के लीकेज की संबंधित द्वारा चेकिंग करा ली जाए। अगर कहीं वाटर लाइन लीकेज है, तो मरम्मत कराई जाए। जिससे सीवेज लाइन का पानी मिक्स ना होने पाए। पेयजल के सोर्स की वाटर टेस्टिंग भी कराई जाए।

प्लान 5

ओपन डंपिंग प्वाइंट्स

कहीं भी रोड साइड ओपन डंपिंग प्वाइंट्स हैैं तो उन्हें भी समाप्त किया जाएगा। यह भी देखने में आता है कि लोगों की ओर से या निगम के कर्मचारियों की ओर से रोड किनारे वेस्ट के ढेर लगा दिए जाते हैं। जिससे बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है। इसे ध्यान में रखते हुए ही ओपन डंपिंग प्वाइंट्स पर विशेष फोकस किया गया है।

ये एडवाइजरी भी जारी

-साफ एवं स्वच्छ बर्तन में उबालकर पानी एकत्र करें तथा इस बर्तन को ढक कर रखें एवं इसी पानी का यूज करेंं।

-अपने हाथों को बार-बार साबुन एवं पानी से धोएं। यदि पानी उपलब्ध न हो तो एल्कोहल युक्त सेनेटाइजर से हाथों को साफ करें।

-खूब पका हुए ताजे भोजन का प्रयोग करें। खुले में बिक रहीं कच्ची सब्जियां, फलों एवं मांसाहारी भोजन के प्रयोग से बचें।

-खुले में शौच से बचें।

-यदि आप को डायरिया या दस्त की शिकायत होती है तो स्वयं उपचार न करें, सरकारी चिकित्सालय में जाकर ही उपचार कराएं।

-कुएं, तालाब एवं नहर के संक्रमित पानी का प्रयोग न करें।