लखनऊ (ब्यूरो)। संजय गांधी पीजीआई में बीते दिनों गार्ड द्वारा मरीजों व तीमारदारों से मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं, जिनका संज्ञान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी लिया है। उन्होंने संस्थान निदेशक प्रो। आरके धीमन को एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट देने का आदेश दिया और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बाती कही। वहीं, संस्थान प्रशासन के मुताबिक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बना दी गई है। शुरुआती जांच में 4 गार्ड को टर्मिनेट कर दिया गया है।
एक सप्ताह में मांगी जांच रिपोर्ट
सोमवार को गोसाईगंज थाना क्षेत्र के सठवारा गांव में रहने वाले अनिकेत सिंह अपनी नानी गायत्री देवी के इलाज के लिए एसजीपीजीआई पहुंचे थे। डॉक्टर को दिखाने के बाद वे बेसमेंट में बने एचआरएफ काउंटर में दवा लेने के लिए लाइन में लग गए। कुछ देर बार अनिकेत टायलेट गए और अपने मामा आशुतोष सिंह को लाइन में खड़ा कर दिया। बताते हैं कि कुछ देर बाद एक गार्ड आया और आशुतोष से पर्ची दिखाने की बात कही। आशुतोष ने कहा कि पर्ची भांजे अनिकेत के पास है। आरोप है कि गार्ड ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट कर दी। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इसका संज्ञान लिया और प्रकरण की जांच के आदेश जारी किए। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट प्रेषित की जाए। जांच रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
चार सुरक्षा कर्मी किए बर्खास्त
संस्थान के रजिस्ट्रार एवं नोडल अधिकारी सुरक्षा कर्नल वरुण बाजपेई ने बताया कि उप्र पूर्व सैनिक कल्याण निगम से संबंधित चार सुरक्षा कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है। साथ ही फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का भी गठन किया गया है। जो 3 दिनों के अंदर इस मामले की विस्तृत जांच करते हुए अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। संस्थान के निदेशक प्रो। आरके धीमन ने इस बात पर जोर दिया है कि संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता हो, पर साथ ही मरीजों और तीमारदारो का समुचित ख्याल भी रखा जाए। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।