लखनऊ (ब्यूरो)। जनेश्वर मिश्र पार्क में गुलाब के बाद अब क्रोएजिया के फूल आकर्षण का केंद्र बने हुए हैैं। एलडीए के उद्यान विभाग की कवायद की वजह से पूरे पार्क में हजारों की संख्या में क्रोएजिया के पेड़ नजर आने लगे हैैं, जिनमें खिले पिंक और सफेद रंग के फूल हर किसी को अपनी ओर खींच रहे हैैं। पार्क आने वाले लोग इनके साथ सेल्फी लेना भी नहीं भूलते हैं।
सर्दी के मौसम में आते हैं
क्रोएजिया को सिल्क फ्लॉस के नाम से भी जाना जाता है। इसके पौधे सिर्फ सर्दी के मौसम में ही नजर आते हैैं। इस पेड़ का प्राकृतिक आवास अर्जेंटीना के उत्तर पूर्व में, बोलीविया, पैराग्वे, उरुग्वे के पूर्व में और दक्षिण ब्राजील में है। पर्याप्त पानी मिलने से यह पेड़ खासा तेजी से बढ़ता है और इसमें निकलने वाले फूल आकर्षण का केंद्र बन जाते हैं। इस पेड़ की ऊंचाई 25 मीटर से भी अधिक हो सकती है। इसका तना बोतल के आकार का होता है और तने में कांटे होते हैैं, जिससे कोई जानवर इसे नुकसान नहीं पहुंचा पाता।
यह है फूलों की खासियत
इस पेड़ की पत्तियां लंबी होती हैैं। फूल बीच में मलाईदार सफेद रंग के और पांच पंखुड़ियों के सिरे की ओर गुलाबी रंग के होते हैैं। इनका आकार सतही तौर पर हिबिस्कस फूलों के समान होता है। इस पेड़ में प्रवासी पक्षियों का भी डेरा रहता है। फूलों की खुशबू भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
हर तरफ नजर आ रहे पेड़
इस समय जनेश्वर मिश्र पार्क में हर तरफ क्रोएजिया के पेड़ नजर आ रहे हैैं और उनमें खिले फूल उस एरिया को और अधिक खूबसूरत बना रहे हैैं। खास बात यह है कि दिन के उजाल में इनका आकर्षण बहुत अधिक बढ़ जाता है। एलडीए के उद्यान विभाग की ओर से पेड़ों पर विशेष नजर रखी जा रही है, ताकि कोई इन्हें नुकसान न पहुंचा सके। सहायक उद्यान अधिकारी कर्ण सिंह ने बताया कि एक तरफ तो हमारी ओर से गुलाब की विभिन्न किस्मों को डेवलप किया गया है, वहीं अब क्रोएजिया के फूल आकर्षण का केंद्र बने हुए हैैं।
हमारा प्रयास यही है कि जनेश्वर मिश्र पार्क आने वाले लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलें। इसके साथ ही पार्क को खूबसूरत बनाए रखने के लिए भी कई तरह के फ्लावर्स लगाए गए हैैं।
प्रथमेश कुमार, वीसी, एलडीए
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अपनी बेशकीमती जमीनें खाली कराएगा एलडीए
एलडीए जल्द ही अभियान चलाकर अपनी बेशकीमती जमीन से अवैध कब्जे हटाएगा। इसके लिए प्राधिकरण के वीसी प्रथमेश कुमार के आदेश पर खाली पड़ी अर्जित भूमि का सर्वे कराया गया है। जिसमें गोमती नगर विस्तार, अलीगंज, जानकीपुरम व बसंतकुंज योजना में लगभग 90 बीघा अर्जित भूमि चिन्हित की गयी है, जिसमें अवैध कब्जे-अतिक्रमण हैं। उक्त जमीन की वर्तमान कीमत लगभग 800 करोड़ रुपये है।
अर्जित भूमि का सर्वे कराया है
वीसी ने बताया कि शहर में प्राधिकरण की रिक्त पड़ी अर्जित भूमि का सर्वे कराया गया है। इसमें अलग-अलग योजनाओं में ऐसी जमीनें चिन्हित की गयी हैं, जिन पर किसी न किसी प्रकार के अवैध कब्जे-अतिक्रमण हैं। इस क्रम में बसंतकुंज योजना, गोमती नगर योजना, गोमती नगर विस्तार योजना के लिए अधिग्रहित की गयी भूमि पर ज्यादातर स्थानों पर बाउंड्रीवॉल बनाकर अवैध कब्जा किया गया है। इसी तरह अलीगंज योजना में भी अवैध रूप से कब्जा किया गया है। इन सभी कब्जों को खाली कराया जाएगा।