लखनऊ (ब्यूरो)। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और महापौर सुषमा खर्कवाल ने रविवार शाम को लक्ष्मण मेला मैदान, झूलेलाल घाट, हनुमान सेतु पुराना मंदिर पहुंचकर छठ घाटों व मार्गों में की जा रही व्यवस्थाओं, सुंदरीकरण, घाटों की मरम्मत, साफ-सफाई, स्वच्छता व प्रकाश व्यवस्था आदि कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को छठ घाटों की चाक चौबंद व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पांच नवंबर से शुरू हो रहे और आठ नवंबर तक चलने वाले छठ पूजा महापर्व पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।

सभी घाटों पर साफ-सफाई बेहतर रहे

नगर विकास मंत्री ने निर्देश दिए कि सभी पूजा घाटों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था रहे। सिंगल प्लास्टिक का प्रयोग न हो। कूड़ा कचरा इधर-उधर न फैले, घाटों में डस्टबिन रखवाए जाए। पूजा सामग्री जल में प्रवाहित न हो, इसके लिए घाटों में अर्पण कलश बनाए जाएं। छठ पूजा स्थलों व मार्गों पर मच्छरों, डेंगू से बचाव के लिए साफ -सफाई के साथ फॉगिंग कराएं, चूने का छिड़काव करें। पूजा सामग्री और कूड़े के निपटान के लिए उचित प्रबंध भी किया जाए।

नदी में जलकुंभी न दिखे

नगर विकास मंत्री ने निर्देशित किया कि छठ घाटों में नदी में जलकुंभी न दिखे। गहरे पानी में जाने से बचने के लिए नदी में बैरिकेडिंग की जाए साथ ही किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए जल पुलिस और गोताखोर भी तैनात किए जाएं। सभी घाटों में जीरो वेस्ट पर्व मनाने के लिए उचित व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओं के लिए घाटों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हेतु टैंकरों की व्यवस्था रहे। घाटों में गंदगी न हो, इसके लिए मोबाइल टॉयलेट की पर्याप्त व्यवस्था रहे। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए, इसके लिए घाटों में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएं और मॉनिटरिंग के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम बनाया जाए। वाहनों के लिए पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाए।

मार्ग प्रकाश की उचित व्यवस्था रहे

नगर विकास मंत्री ने कहा कि छठ पूजा घाटों और मार्गों पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था रहे। पूजा घाटों को जाने वाले मार्गों को व्यवस्थित कराएं। मार्गों में साफ-सफाई की उचित व्यवस्था रहे। छठ घाटों और मार्गों में एलईडी लाइट, हाईमास्ट और झालर का प्रयोग कर प्रॉपर लाइटिंग की व्यवस्था कराई जाए, जिससे घाट आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।