लखनऊ (ब्यूरो)। भक्त सुबह तड़के से ही मंदिरों में दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। नवरात्रि के तीसरे दिन मंदिरों और घरों में मां के चंद्रघंटा स्वरूप की आराधना की गई। मंदिरों में मां का फूलों और मेवों आदि से भव्य श्रृंगार किया गया और महाआरती के बाद भक्तों में प्रसाद का वितरण हुआ।

फूलों से सजे मंदिर
नवरात्रि के तीसरे दिन पूर्वी देवी मंदिर में माता का चंद्रघंटा के रूप मेें गोल्डन रंग के वस्त्रों से श्रंृगार किया गया। मंदिर को हरी बेल व सफेद पीले गेंदे के फूलों से सजाया गया। महिलाओं ने माता के भजन गाए। वहीं, चौक स्थित बड़ी कालीजी मंदिर में मां का मेवों से श्रंगार किया गया। जबकि, चौपटिया संदोहन देवी मंदिर में मां ने भक्तों को दर्शन दिए। वहीं, छोटी कालीजी मंदिर, घसियारी मंडी स्थित कालीबाड़ी, शास्त्री नगर स्थित दुर्गा माता मंदिर आदि मंदिरों में सुबह से दूर-दूर से आए मां के भक्तों की कतार लगी रही।

परिवार कल्याण की मनोकामना
नवरात्रि के दौरान मंदिरों में मां का फूलों, मेवों आदि से भव्य श्रंगार किया गया। जिसे देखकर हर कोई मोहित हो रहे हैं। मां के भक्त दर्शन कर परिवार के कल्याण के लिए मां से मन्नतें मांग रहे हैं, ताकि परिवार में सुख-शांति बनी रहे। वहीं, घरों में भी मां की पूजा-अर्चना की गई। वहीं, अब घरों में हवन के आयोजन भी शुरू हो गए हैं।

ऐसे करें मां कूष्मांडा की पूजा
नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि मां को लाल रंग अत्यंत प्रिय है। इसलिए मां को प्रसन्न करने के लिए उनको लाल रंग के पुष्प जैसे गुलाब के अलावा लाल वस्त्र, लाल चूड़ी आदि समर्पित करना चाहिए। मां कूष्मांडा की सवारी बाघ है। चतुर्थी को विधिवत माता कूष्मांडा की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।