लखनऊ (ब्यूरो)। आरटीओ द्वारा करीब 800 वाहनों को लेकर नोटिस जारी किया गया है, जो नियम नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। इसके बावजूद वाहन स्वामियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। राजधानी में 4500 से अधिक स्कूली वाहन रजिस्टर्ड हैं। हर साल आरटीओ द्वारा स्कूली वाहनों की चेकिंग का अभियान चलाया जाता है। इसके बावजूद न तो स्कूल संचालक और न ही स्कूल वाहन स्वामी वाहनों की फिटनेस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। आरटीओ ने स्कूली वाहनों के लिए 13 सुरक्षा मानक तय किए हैं। अगर कोई स्कूली वाहन लगातार इन नियमों को तोड़ता है तो स्कूल की मान्यता खत्म करने के लिए डीआईओएस को लिखने का प्राविधान है। हालांकि काम सिर्फ नोटिस थमाने का होता है। एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी के मुताबिक अब तक करीब 800 अनफिट स्कूली वाहन के स्वामियों को नोटिस दी जा चुकी है। जिसमें लिखा गया है कि स्कूल खुलने से पहले अपनी गाड़ी का फिटनेस करवा ले। अगर नहीं कराते है तो अभियान चलाकर ऐसे स्कूली वाहनों के खिलाफ नियामानुसार कार्रवाई की जाएगी।

लगातार कर रहे कार्रवाई
एआरटीओ प्रशासन अमित राजन रे ने बताया कि हम लोगों का काम शमन शुल्क लेना होता है। वाहन स्वामी यह देकर गाड़ी छुड़ाकर ले जाते हैं। लगातार नियम विरूद्ध चल रहे स्कूली वाहनों के खिलाफ कार्यवाही कर रहे हैं। स्कूल खुलने वाले है। ऐसे में जल्द ही प्लान बनाकर अभियान चलाया जाएगा।

यह मिलती है अधिक समस्या
एआरटीओ प्रशासन अमित राजन रे बताते हैं कि अभियान के दौरान हर नियमों के तहत चेकिंग की जाती है। अधिकतर वाहनों में फिटनेस न होना, परमिट न होना, इंश्योरेंस न होना, सही से नंबर न लिखा होना या फिर स्पीडिंग की समस्या देखने को मिलती है। जिसके आधार पर चालान और आगे की कार्यवाही की जाती है। समय-समय पर ड्राइवरों को जागरूक भी किया जाता है।

जागरूकता की कमी
आरटीओ अधिकारियों के अनुसार इस मामले को लेकर बहुत से पैरेंट्स भी जागरूक नहीं हैं। वे ध्यान ही नहीं देते हैं कि जिन वाहनों से उनके बच्चे स्कूल जा रहे हैं, वह फिट हैं या नहीं। पैरेंट्स को भी देखना चाहिए कि अगर स्कूली वाहन अनफिट है तो इसकी सूचना स्कूल प्रशासन या आरटीओ से करनी चाहिए।

स्कूल संचालक नहीं देते ध्यान
अभिभावक कल्याण संघ के अध्यक्ष प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूली वाहनों के सुरक्षा मानकों को लेकर लगातार स्कूल प्रशासन से शिकायत की जाती है। लेकिन, कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। वहीं, हादसा होने पर ही आरटीओ प्रशासन हरकत में आता है। विभाग और स्कूल के साथ पैरेंट्स को भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर होना चाहिए।

करीब 800 अनफिट स्कूली वाहन के स्वामियों को नोटिस भेजा गया है। अगर स्कूल खुलने से पहले फिटनेस नहीं कराते है तो उनके खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
- अखिलेश द्विवेदी, एआरटीओ-प्रशासन

स्कूल खुलने वाले हैं। ऐसे में स्कूली वाहनों की जांच को लेकर जल्द ही अभियान चलाया जाएगा। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- अमित राजन रे, एआरटीओ-प्रवर्तन