लखनऊ (ब्यूरो)। हादसे की सूचना पाकर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और नगर निगम की टीम के साथ जिला प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंचे। तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और दो घंटे की मशक्कत के बाद टीम ने मलबे में दबे 24 लोगों को रेस्क्यू कर इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया। बिल्डिंग के गिरने से मलबे में कई और लोगों के फंसने होने की आशंका पर देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा।
पिलर क्रेक होने से हादसा
आशियाना निवासी राकेश सिंघल की सरोजनी नगर स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में हरमिलाप बिल्डिंग के नाम से तीन मंजिला इमारत है। तीनों मंजिला में गोदाम व ऑफिस हैं। अधिकारियों के अनुसार ग्राउंड फ्लोर में मोबिल ऑयल कंपनी का गोदाम है, जबकि फस्ट फ्लोर पर दवा कंपनी का गोदाम है। सेकेंड फ्लोर पर क्राकरी का गोदाम है। हर फ्लोर पर 10 से 12 लोग काम करते हैं और वहां कई लोगों का यहां आना जाना रहता है। स्थानीय लोगों के अनुसार 4.30 बजे इमारत का एक पिलर क्रेक हो गया और देखते ही देखते 50 सेकेंड में पूरी इमारत ताश के पत्ते की तरह ढह गई।
ट्रक भी मलबे में दब गया
तीन मंजिल इमारत के नीचे कई कामर्शियल व्हीकल और ट्रक भी खड़े थे। इमारत के ढहने से नीचे खड़ा ट्रक भी मलबे में दब गया। जिस समय हादसा हुआ उस समय बारिश हो रही थी। इमारत के ढहते ही चारों तरफ चीख पुकार मच गई। सैकड़ों लोगों की भीड़ मलबे में दबे लोगों को बचाने दौड़ी लेकिन बारिश व भारी मलबे में वह काफी मदद नहीं कर सके। सूचना पाकर सरोजनी नगर पुलिस के साथ फायर ब्रिगेड व नगर निगम टीम भी मौके पर पहुंची और किसी तरह मलबे में दबे हुए लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
सीएम योगी ने लिया संज्ञान
हादसे का पता चलते ही सीएम योगी ने तत्काल शासन के अफसरों को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। जिसके बाद एडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश, मंडलायुक्त रोशन जैकब, डीएम सूर्यपाल गंगवार, जेसीपी लॉ एंड आर्डर अमित वर्मा, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह समेत जिला प्रशासन व पुलिस के अफसर मौके पर पहुंचे।
पांच की मौत, 27 घायल
मंडलायुक्त रोशन जैकब ने हादसे में पांच लोगों के मौत की पुष्टि की है जबकि हादसे में 27 लोग घायल हुए हैं। तीन को गंभीर हालत में लोकबंधु से इलाज के लिए केजीएमयू रेफर किया गया है। मलबे में और भी लोगों के फंसने होने की आशंका जताई जा रही है। जिसके चलते लगातार टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
मशीनों से हटाया जा रहा मलबा
मलबे को मशीनों की मदद से हटाया जा रहा है। ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जा रही है। जानकारी की जा रही है कि हादसे के समय बिल्डिंग में कितने लोग मौजूद थे। हादसे में दो नाबालिग भी बिल्डिंग मेें मौजूद थे जो गंभीर रुप से घायल हुए हैं। उनका भी इलाज चल रहा है। वहीं डीएम सूर्यपाल गंगवार ने हादसे में घायलों का हाल लेने लोकबंधु हॉस्पिटल पहुंचे और उनके इलाज की व्यवस्था को देखा।
पहले बचाई जाए जान फिर होगी जांच
मंडलायुक्त रोशन जैकब ने कहा कि पहले मौके पर लोगों की जान बचाने के लिए पूरा अमला जुटा है। इसका बाद भी जांच बाद में कराई जाएगी कि बिल्डिंग का नक्शा पास था या फिर हादसे की वजह क्या थी। घायलों के साथ-साथ हादसे में मरने वालों के परिजनों से भी पुलिस अफसर संपर्क कर रहे हैं।
एक दिन पहले बिल्डिंग से टकराया था ट्रक
हादसे के बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि एक दिन पहले एक ट्रक बिल्डिंग से टकराया था। शनिवार को भी बिल्डिंग में बने गोदाम से माल लोड करते समय ट्रक बिल्डिंग से टकराया था। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है।
2010 में स्वीकृत हुआ था बिल्ंिडग का नक्शा
शुरुआती जांच में सामने आया कि कानपुर रोड स्थित ट्रांसपोर्ट नगर के बिल्डिंग फेज वन का नक्शा आलमबाग के समर विहार निवासी कुमकुम सिंघल द्वारा प्राधिकरण से 31 अगस्त 2010 को नक्शा स्वीकृत कराया गया था। जोन दो के जोनल अधिकारी अतुल कृष्ण सिंह ने बताया कि वर्तमान में बिल्डिंग में किसी भी प्रकार का कोई निर्माण कार्य नहीं चल रहा था।
इनकी हुई हादसे में मौत
जसमीत (50) निवासी गोमती नगर
अरूण (28) निवासी नटखेड़ा आलमबाग
पंकज (32) निवासी रजनीखंड आशियाना
धीरज (38) निवासी जुनाबगंज
हादसे में घायल हुए लोग
- राजेंद्र (25)
- भानू सिंह (22)
- शत्रुघन सिंह (60)
- शिव मोहन (38)
- प्रवीणा (30)
- शांति देवी (65)
- आदर्श यादव (10)
- काजल यादव (14)
- आकाश कुमार (28)
- आकाश सिंह (24)
- विनोद यादव (45)
- आदित्य (21)
- आकाश कुमार (19)
- अनूप कुमार मौर्या (40)
- बहादुर (55)
- ओम प्रकाश (55)
- अज्ञात (35)
- हेमंत पांडेय (37)
- सुनील (28)
- दीपक कुमार (28)
- विनीत कश्यप (28)
- लक्ष्मी शंकर (25)
- अतुल राजपूत (25)
- नीरज (35)
(सभी को लोक बंधु हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया)
इन्हें किया गया रेफर
राज किशोर
शांति देवी
परवीना