लखनऊ (ब्यूरो)। गोमती नगर में हैनीमैन चौराहे स्थित राजकीय होम्योपैथी कॉलेज में पैथालॉजी लैब की स्थापना की गई है, ताकि यहां आने वाले मरीजों की ब्लड रिलेटेड जांच की जा सके। साथ ही यहां एक्स-रे की भी सुविधा शुरू की गई है, ताकि उनको किसी दूसरी जगह न भटकना पड़े। यह पूरी कवायद एलोपैथी की तरह एवीडेंस बेस्ड ट्रीटमेंट की तहत की गई है, ताकि मरीजों के साथ अन्य का भरोसा होम्यापैथी पर बढ़े।
कॉलेज में शुरू हुई लैब
होम्योपैथी में इलाज के तरीके को लेकर एलोपैथी द्वारा अकसर सवाल उठाये जाते हैं, जबकि इसपर भरोसा करने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी को देखते हुए राजकीय होम्योपैथी कॉलेज ने एवीडेंस बेस्ड ट्रीटमेंट की पहल शुरू की है, ताकि मरीजों के ट्रीटमेंट का डेटा रिकार्ड में रखा जा सके। यहां पर रोजाना 800 से अधिक मरीज दिखाने के लिए आते है। जिसके कई मरीजों को जांच लिखी जाती है। पहले इसके लिए मरीजों को बाहर से जांच करानी पड़ती थी। लेकिन, अब कॉलेज में ही लैब खुल गई है।
जरूरी मरीजों को लिख रहे जांच
कॉलेज प्रिंसिपल डॉ। डीके सोनकर ने बताया कि मरीजों को राहत देने के लिए लैब शुरू की गई है। जिसमें उन मरीजों को जांच लिखी जाती है जिनको लंबे समय से कोई बीमारी है या कोई कॉम्प्लीकेटेड समस्या है और वे दूसरी जगह से इलाज करवाके हमारे यहां आते हैं। उनके ट्रीटमेंट के लिए लैब में सीबीसी, केएफटी, एलएफटी व वायरल आदि की जांच लिखी और करवाई जाती है। रोजाना लैब में 20-25 सैंपल जांच के लिए दिए जा रहे है, ताकि मरीजों का बेहतर इलाज किया जा सके। इसके लिए हमारे पास लैब टेक्नीशियन भी हैं, जो सभी जांच कर रहे हैं। लैब बीते साल शुरू की गई थी, जिसका फायदा मरीजों को मिल रहा है।
जल्द ईसीजी की सुविधा
प्रिंसिपल डॉ। सोनकर ने बताया कि जल्द ही हम लोग ईसीजी की भी सुविधा शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए हमारे यहां एमडी कर रहे छात्रों को ट्रेनिंग के लिए दूसरे संस्थान भेजा जाएगा, ताकि छात्र ईसीजी करना सीख सकें। इससे दिल के मरीजों को और बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
कॉलेज में पैथालॉजी लैब शुरू हो चुकी है। जल्द ही ईसीजी की भी सुविधा शुरू की जाएगी। मरीजों को इससे बड़ी राहत मिलेगी।
-डॉ। डीके सोनकर, प्रिंसिपल, राजकीय होम्योपैथी कॉलेज
जल्द शुरू करेंगे रिसर्च वर्क
डॉ। डीके सोनकर ने बताया कि होम्योपैथी पर लोगों का विश्वास लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी को देखते हुए जल्द ही कई बीमारियों को लेकर रिसर्च करने की तैयारी की जा रही है। जिसमें खासतौर पर अर्थराइटिस और महिलाओं में होने वाली बीमारियों को लेकर रिसर्च की जाएगी, ताकि इन बीमारियों में होम्योपैथी ट्रीटमेंट कितना अधिक कारगर है इसके बारे में एवीडेंस बेस्ड ट्रीटमेंट बताया जा सके। इसके लिए जल्द ही एमओयू भी किया जाएगा।