लखनऊ (ब्यूरो)। डा। एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में अब बीटेक छात्रों को केवल डिग्री ही नहीं, बल्कि रोजगारोन्मुखी कौशल विकास की शिक्षा भी दी जाएगी। इसके तहत छात्रों को स्किल आधारित कोर्स करने के साथ-साथ इंडस्ट्री का व्यावहारिक अनुभव भी मिलेगा। विश्वविद्यालय ने बीटेक कोर्स के दौरान छात्रों के इंडस्ट्री भ्रमण को अनिवार्य बनाने का निर्णय लिया है, ताकि वे अपनी पढ़ाई के साथ-साथ उद्योगों की वास्तविक कार्यप्रणाली को समझ सकें।
स्किल कोर्स का विकल्प मिलेगा
विशेष बात यह है कि छात्रों को माइनर सब्जेक्ट््स में भी स्किल कोर्स का विकल्प मिलेगा। यानी विद्यार्थी अपने मुख्य विषय के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी विशेषज्ञता प्राप्त कर सकेंगे, जो उन्हें भविष्य में रोजगार के अवसरों में फायदा पहुंचाएगी। इस पहल के अंतर्गत छात्रों को स्वयं पोर्टल के माध्यम से अधिक से अधिक माइनर कोर्स करने की सुविधा दी जा रही है, जिससे उन्हें विभिन्न कौशल में दक्षता हासिल हो सकेगी। कुलपति प्रो। जेपी पांडेय के अनुसार, विश्वविद्यालय का उद्देश्य केवल तकनीकी शिक्षा देना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को उस स्तर पर तैयार करना है कि वे उद्योगों में सीधे योगदान दे सकें। आज के प्रतिस्पर्धी युग में केवल डिग्री पर्याप्त नहीं है, छात्रों को विविध कौशलों में भी निपुण होना चाहिए। इंडस्ट्री भ्रमण और माइनर कोर्स के माध्यम से छात्र न केवल तकनीकी ज्ञान, बल्कि व्यावहारिक अनुभव भी प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उन्हें आगे चलकर करियर में लाभ मिलेगा।
रोजगार संभावनाओं में बढ़ोतरी
एकेटीयू के इस कदम से छात्रों के रोजगार संभावनाओं में बढ़ोतरी होगी। इस पहल से यह भी उम्मीद है कि युवाओं में स्किल आधारित शिक्षा का प्रसार होगा, जिससे उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा में आगे बढऩे का अवसर मिलेगा। सभी कालेजों को अधिक से अधिक स्किल कोर्स कराने के लिए कहा जा रहा है।