लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी में लगभग 50 हजार रोगियों को किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत है। लगभग इतनी ही संख्या में लिवर ट्रांसप्लांट की भी आवश्यकता है। वहीं, सड़क यातायात दुर्घटनाओं से लगभग 23 हजार लोग मर जाते हैं। ब्रेन डेड होने के बाद अंगदान के लिए 1 पर्सेंट लोगों को योग्य बनाते हुए 230 लोग जीवन बचाने के लिए अंग दान कर सकते हैं। यह जानकारी सोमवार को पीजीआई के नेफ्रोलॉजी विभाग के हेड प्रो। नारायण प्रसाद ने नेफ्रोलॉजी विभाग, लखनऊ नेफ्रोलॉजी सोसाइटी और यूरोलॉजी विभाग के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश और उत्तरी भारत में मृतक अंगदान की स्थिति पर आयोजित सेमिनार के दौरान दी।
पेशेवर लोगों की जरूरत
प्रो। प्रसाद ने नैदानिक नेतृत्व के अलावा सफलता के चार महत्वपूर्ण स्तंभों के रूप में राजनीतिक इच्छाशक्ति, नौकरशाही समर्थन, मीडिया सहयोग और सार्वजनिक समर्थन की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं, डॉ। मनमीत ने एक अच्छी तरह से प्रशिक्षित पेशेवर प्रत्यारोपण समन्वयक की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा डॉ। एमएस अंसारी, डॉ। संजय सुरेखा, डॉ। एन गोपालकृष्णन आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
*******************************************
राजधानी में डेंगू के 12 मरीज मिले
जनपद में सोमवार को डेंगू के 12 मरीज मिले। चंदरनगर में 5, टूड़ियागंज में 3, अलीगंज में 2 और इंदिरा नगर में 2 रोगी पाये गये। वहीं, लगभग 1470 घरों एवं आसपास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया। जहां कुल 9 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया। नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों व भवनों का निरीक्षण किया गया तथा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया।