लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ-अयोध्या हाइवे पर बीबीडी इलाके में गुरुवार सुबह 6 बजे एक तीन मंजिला भवन धू-धू कर जलने लगा। तेज लपटें और धुआं निकलता देख तीसरी मंजिल पर स्थित जिम में कसरत कर रहे लोग भागकर बाहर निकले। इसके बाद फायर कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की आठ गाड़ियों ने पांच घंटे में आग पर काबू पाया। राजधानी में पिछले तीन दिन के अंदर यह तीसरा बड़ा अग्निकांड है, जिसमें करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। सभी घटनाओं में शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई गई।
एक्सरसाइज कर रहे थे लोग
लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर तीन मंजिला इमारत के फर्स्ट फ्लोर पर वंश अग्रवाल का बॉश्च सर्विस नाम से टायर शोरूम है। दूसरी मंजिल पर टायर का गोदाम और तीसरी मंजिल पर विद्याभूषण सिंह का जिम है। गुरुवार सुबह करीब छह बजे जिम में लोग एक्सरसाइज कर रहे थे, तभी उन्हें नीचे की मंजिल से धुआं उठते दिखा। लोग जब नीचे पहुंचे तो देखा कि दुकान से आग की लपटें निकल रही थीं। सभी शोर मचाते बाहर भाग गए। लोगों ने घटना की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी। अगल-बगल के लोग आग बुझाने में जुट गए। मगर लपटें बेकाबू होती चली गईं। आग की सूचना पर आठ गाड़ियों के साथ फायर कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। तब तक आग और विकराल हो चुकी थी और तीनों तल उसकी चपेट में आ चुके थे।
संकरा रास्ता, पतली सीढ़ियां बनीं मुसीबत
तीन मंजिला बिल्डिंग में आने-जाने का सिर्फ एक ही रास्ता था, जो काफी संकरा था। सीढ़ियां भी काफी पतली थीं। इसके चलते फायर कर्मियों को आग बुझाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। टीम ने तीनों तलों के शीशे तोड़ दिए और धुआं बाहर निकाला, फिर आग पर काबू पाने की कोशिश की। कड़ी मशक्कत के बाद करीब 11 बजे आग पूरी तरह से बुझा ली गई। एफएसओ गोमतीनगर सुशील यादव के मुताबिक, आग शॉर्ट सर्किट से लगी थी। गनीमत रही कि समय रहते लोग जिम से बाहर निकल आए नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।
किराए पर थीं तीनों मंजिलें
जिस बिल्डिंग में आग लगने से हादसा हुआ वह विशाल सिंह की है। उन्होंने दो फ्लोर वंश अग्रवाल और तीसरा फ्लोर विद्या भूषण को किराए पर दिया है। वंश ने वहां टायर शोरूम और गोदाम बनाया है, तो विद्या भूषण ने जिम खोल रखा है। विद्या ने बताया कि उनका ओलंपिया नाम से जिम है। जब सुबह करीब छह बजे जिम पहुंचा तो धुआं निकल रहा था। चीफ फायर अफसर मंगेश कुमार ने बताया कि बेसमेंट सुरक्षित है। हाइड्रोलिक मशीन और आठ फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया।
तीन दिन में तीसरा हादसा
राजधानी में कामर्शियल भवनों में अग्निकांड का सिलसिला पिछले तीन दिन से लगातार चल रहा है। तीन दिन के अंदर यह तीसरी घटना है। आठ अक्टूबर को सीतापुर रोड स्थित सैरपुर इलाके में गोदरेज और पैनासोनिक के वेयर हाउस में सुबह आग लग गई थी। आग की चपेट में आने से गोदाम में रखे एसी, फ्रिज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जलकर राख हो गए। आग बुझाने में फायर ब्रिगेज की 16 गाड़ियों और हाइड्रोलिक मशीन लगाई गई थीं। वहीं, 9 अक्टूबर को मड़ियांव इलाके में ग्रेट ईस्टर्न कंपनी के वेयर हाउस में भीषण आग लग गई। काबू पाने में पांच घंटे का समय लग गया। चार फायर स्टेशन की 14 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।