लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप फूड लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करने जा रहे हैैं तो कुछ तकनीकी समस्याएं आपके सामने आ सकती हैं, जिनकी वजह से लाइसेंस जारी होने में समय लग सकता है। वहीं, ऑफलाइन लाइसेंस के लिए अप्लाई करना ज्यादा मुफीद बनता जा रहा है। खाद्य कारोबारियों ने असिस्टेंट कमिश्नर फूड सेफ्टी को अपनी समस्या से अवगत कराया है। वहीं दूसरी तरफ, मिलावटी खाद्य पदार्थों पर रोक लगाने के लिए विभाग की ओर से अगले सप्ताह से सर्विलांस सैैंपलिंग शुरू की जा रही है।
लग रहा है अधिक समय
खाद्य व्यापारियों की ओर से बताया गया है कि जब वे लोग ऑनलाइन मोड पर जाकर फूड लाइसेंस के लिए अप्लाई करते हैैं तो उन्हें दो से तीन सप्ताह तक इंतजार करना पड़ता है। इसके बाद उन्हें फूड सेफ्टी के ऑफिस में जाकर अपनी समस्या दूर करानी पड़ती है। इसकी वजह से उन्हें लाइसेंस के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। व्यापारियों ने मांग रखी है कि इस व्यवस्था को बेहतर किया जाए, ताकि कोई भी खाद्य व्यापारी आसानी से ऑनलाइन मोड पर जाकर फूड लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सके।
फूड लाइसेंस बेहद जरूरी
अगर आप कोई भी खाद्य पदार्थों से रिलेटेड बिजनेस करने जा रहे हैैं तो आपके पास फूड लाइसेंस होना बेहद जरूरी है। यह लाइसेंस एफएसएसएआई की ओर से जारी किया जाता है। इस लाइसेंस को ऑफलाइन या ऑनलाइन माध्यम से अप्लाई किया जा सकता है। स्ट्रीट फूड वेंडर्स के पास भी फूड लाइसेंस होना बेहद जरूरी है। आप एफएसएसएआई की वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैैं।
सर्विलांस सैैंपलिंग पर फोकस
एफएसडीए की ओर से अगले सप्ताह से सर्विलांस सैैंपलिंग पर फोकस किया जा रहा है। इस सैैंपलिंग के अंतर्गत मौके पर जाकर फूड के सैैंपल लिए जाएंगे और प्रारंभिक जांच में यह पता लगाया जा सकेगा कि फूड में किसी भी तरह की कोई मिलावट की गई है या नहीं। अगर फूड में रंग या अन्य कोई मिलावट मिलती है तो संबंधित वेंडर को पहली बार में चेतावनी दी जाएगी फिर अगली बार भी वो पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ जुर्माना संबंधी कार्रवाई होगी।
ये सुधार की मांग
1-ऑनलाइन प्रक्रिया सरल बने
2-समय से फूड लाइसेंस जारी हो
3-लाइसेंस स्टेटस की जानकारी मिले
4-एक ही मंच पर सभी लाइसेंस जारी हों
ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से फूड लाइसेंस के लिए अप्लाई करने वाले ज्यादातर व्यापारी परेशान होते हैैं। हमारे पास दो से तीन कंपलेन आती रहती हैैं। इस मामले को लेकर असिस्टेंट कमिश्नर फूड सेफ्टी को अवगत करा दिया गया है।
अमरनाथ मिश्र, अध्यक्ष, लखनऊ व्यापार मंडल
पूरी प्रक्रिया सेंट्रल बेस्ड हैैं। इसमें मेरे स्तर से कोई हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता। हमारी ओर से खुद यही प्रयास रहता है कि समयबद्ध तरीके से फूड लाइसेंस जारी किए जाएं। हम अगले सप्ताह से सर्विलांस सैैंपलिंग भी शुरू करने जा रहे हैैं।
विजय प्रताप सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर, फूड सेफ्टी, लखनऊ