लखनऊ (ब्यूरो)। आपदा को अवसर बनाने में जालसाज पीछे नहीं रहते हैं। एसटीएफ ने ऐसे ही एक जालसाज को गिरफ्तार किया है। जो टेलीग्राम पर एक चैनल के जरिए पुलिस भर्ती परीक्षा से पूर्व पेपर लीक के नाम पर एक-एक लाख रुपये की वसूली कर रहा था। एसटीएफ ने उसे गाजीपुर के पॉलीटेक्निक चौराहे से गिरफ्तार किया है। उसके पास से पेपर लीक के नाम पर अभ्यर्थियों से पैसा ट्रांसजेक्शन के स्टेटमेंट का स्क्रीनशाट भी मिला है। इसके अलावा पेपर लीक करने का दावा कर एक एक्स यूजर ने पोस्ट डालकर भ्रामक सूचना फैलाने के मामले में भर्ती बोर्ड के सोशल मीडिया सेल के इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार ने हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।

टेलीग्राम के चैनल के माध्यम से खेल
एसटीएफ ने यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 में पेपर लीक मामले में एक युवक को गाजीपुर के राजकीय पॉलीटेक्निक चौराहे के पास से गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ गाजीपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पकड़ा गया आरोपी टेलीग्राम पर चैनल के माध्यम से प्रश्न पत्र को परीक्षा तिथि से पूर्व एक-एक लाख रूपये में अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराने का आश्वासन दे रहा था।

फोन पे पर पैसों की मांग
उसने इसके लिए गु्रप पर क्यूआर कोड व फोन-पे नम्बर देकर पैसे की मांग की जा रही थी। इस सूचना पर एसटीएफ ने परीक्षा से पूर्व उपलब्ध कराने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से ऑन लाइन पैसा वसूलने वाले गिरोह का एक सदस्य पकड़ लिया। पकड़ा गया आरोपी सुरियांवा बाजार, थाना सुरियांवा भदोही निवासी अनिरुद्ध मोदनवाल बताया जा रहा है।

12वीं पास है आरोपी
उसने पूछताछ पर बताया कि वह इंटर की परीक्षा वर्ष 2024 में पास की है और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। टेलीग्राम पर एक ग्रुप पर पार्ट टाइम पैसा कमाने का मैसेज था। जिसपर उसके द्वारा चैटिंग करते हुए बताया कि वह पार्ट टाइम काम करना चाहता है, जिसपर ग्रुप का संचालक और मास्टरमाइंड अभय कुमार श्रीवास्तव ने उसे लखनऊ बुलाया और फर्जी नाम व पते का एक सिम उपलब्ध कराते हुए उसके मोबाइल फोन पर गुगल-पे, फोन-पे, एअरटेल पेमेंट बैंक का एप लोड करके उसके पते पर एअरटेल पेमेंट बैंक का एटीएम आर्डर कर उससे कहा कि तुम्हें टेलीग्राम पर मेरे गु्रप चैनल का संचालन करना है। बाकी मैं समय-समय पर तुमको टेलीग्राम के माध्यम से बताता रहूंगा।

एक लाख रुपये में बेच रहे थे पेपर
हर अभ्यर्थी से प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने के लिए एक-एक लाख रुपए मांगने हैं, लेकिन यदि कोई कम पैसे भी देने को कहता है तो भी उससे पैसे मंगा लेना और परीक्षा से पूर्व तक प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने का झांसा देते रहना है। उससे मिलने वाले रकम को आपस में बांटने की बात तय हुई थी। उसके साथ इस काम में उसका दोस्त मन्नू अग्रवाल भी शामिल है।

एडिट कर पुराना पेपर डालते थे
चैनल पर अभय श्रीवास्तव के निर्देश पर पकड़े गए आरोपी ने यूजर आईडी बनाया और काम शुरू किया। पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के अभ्यर्थियों के एसएमएस टेलीग्राम चैनल पर आने लगे और कुछ लोगों ने पैसा भी भेजना भी शुरू किए। जो पैसा खाते में आता था उसे एसबीआई व बीओबी के एटीएम से निकाल लिया जाता था। उस पैसे को आपस में बांट लेते थे। जब अभ्यर्थियों ने पेपर उपलब्ध कराने का ज्यादा दबाव बनाने लगे तो गूगल से पुराना पेपर डाउनलोड कर उसे एडिट करके चैनल पर डाल देते थे। उन लोगों ने गूगल से पुराना पेपर डाऊन लोड कर एडिट करके चैनल पर डाल दिया था।

आरोपी से हुआ बरामद
- मोबाइल फोन
- क्रेडिट कार्ड एअरटेल पेटीएम बैंक
- अभ्यर्थियों से पैसा ट्रांसजेक्शन के स्टेटमेंट का स्क्रीन शाट