लखनऊ (ब्यूरो)। मतदान के दिन वोटर्स को कोई परेशानी न हो, इसके लिए कई कदम उठाए जा रहे हैैं। इसी कड़ी में सभी मतदान केंद्रों में वोटर हेल्पडेस्क बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस हेल्प डेस्क के माध्यम से वोटर की हर एक समस्या का समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही सभी बीएलओ के पास एक एप भी रहेगा, जिसके माध्यम से वोटर पर्ची ऑन स्पॉट दे दी जाएगी।
सभी बीएलओ रहेंगे एक्टिव
सभी मतदान केंद्रों में बीएलओ एक्टिव रहेंगे, जो वोटर्स की हर एक समस्या का समाधान करेंगे। हेल्प डेस्क के माध्यम से वोटर्स को उनकी क्रम संख्या इत्यादि के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही सक्षम एप के माध्यम से आने वाले आवेदनों के आधार पर भी राहत संबंंधी कदम उठाए जाएंगे। सभी मतदान केंद्रों पर वोटर्स से रिलेटेड सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी, जिसमें मुख्य रूप से पेयजल इत्यादि शामिल हैैं। वहीं मतदान केंद्रों में रैैंप बनाने का काम भी लगभग अंतिम चरण में है। इसके साथ ही मतदान केंद्र परिसर से लेकर बाहर तक सफाई के इंतजाम पुख्ता रहेंगे।
वोटर पर्ची पहुंचना हुई शुरू
बीएलओ की ओर से बीएलओ पर्ची का वितरण शुरू कर दिया गया है। कुर्सी रोड समेत कई इलाकों में बीएलओ की ओर से अपार्टमेंट्स में वोटर पर्ची का वितरण किया गया। इसी तरह अन्य इलाकों में भी वोटर पर्ची पहुंचाई जा रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैैं कि जल्द से जल्द सभी वोटर्स के पास वोटर पर्ची पहुंच जाए, जिससे किसी भी वोटर को परेशान न होना पड़े। वहीं, मतदान कार्मिकों के लिए गर्मी से बचाव को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैैं।
अभी पुरानी लिस्ट है
कई बीएलओ के पास अभी पुरानी वोटर लिस्ट है। इसकी वजह से कई वोटर्स अपनी वोटर पर्ची को लेकर परेशान हैैं। ऐसे में जिला निर्वाचन को सबसे पहले अपडेटेड वोटर लिस्ट बीएलओ तक पहुंचानी चाहिए, जिससे वोटर्स को वोटर पर्ची के लिए परेशान न होना पड़े। दरअसल, कई वोटर्स ऐसे हैैं, जिन्होंने इस लोकसभा चुनाव में एड्रेस चेंज कराने के लिए वोटर हेल्पलाइन के माध्यम से आवेदन किया है। ऐसे में उन्हें वोटर पर्ची मिलने में समस्या सामने आ रही है। वोटर पर्ची उनके पुराने एड्रेस पर ही पहुंच रही है।
वोटर आईडी का भी वितरण शुरू
वहीं दूसरी तरफ, वोटर आईडी कार्ड का भी वितरण शुरू कर दिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वोटर आईडी कार्ड की प्रिटिंग पूरी हो गई है और विधानसभावार वितरण चल रहे हैं। वहीं, संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर वेब कास्टिंग, माइक्रो आब्जर्वर लगाए जाने का काम शुरू किया जा रहा है। इसके साथ ही संवेदनशील और अति संवेदनशील प्वाइंट्स पर कैमरे लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। ये सभी कैमरे चुनाव कंट्रोल रूम से इंटीग्रेट किए जाएंगे, जिससे हर एक संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्र पर नजर रखी जा सकेगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए हैैं कि
नए वोटर्स पर फोकस
विधानसभा उपचुनाव हो या लोकसभा चुनाव, प्रत्याशियों की ओर से फर्स्ट टाइम वोटर्स पर फोकस किया जा रहा है। सभी प्रत्याशियों की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि फर्स्ट टाइम वोटर्स का साथ उन्हें मिल जाए। सभी विधानसभाओं में फर्स्ट टाइम वोटर्स की संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं, ओवरऑल वोटर्स की संख्या भी पहले के मुकाबले खासी बढ़ गई है। प्रत्याशियों की ओर से विस्तारित एरियाज में भी प्रचार तेज कर दिया गया है, जिससे वहां के वोटर्स का वोट प्राप्त किया जा सके।
पोलिंग बूथ की जानकारी
विस्तारित एरियाज में रहने वाले लोगों को मतदान केंद्रों की जानकारी दी जा रही है, जिससे वोटर्स के मन में किसी तरह का कोई कंफ्यूजन न रहे। दरअसल में, विस्तारित एरियाज में रहने वाले वोटर्स पहले पंचायत क्षेत्र में वोटिंग करते थे लेकिन अब नगर निगम में शामिल होने के बाद वे अब शहरी क्षेत्र के अंतर्गत वोटिंग करेंगे। इसकी वजह से इन वोटर्स को मतदान केंद्र या अन्य कोई समस्या न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। एलडीए की ओर से सभी आरडब्ल्यूए को अपने-अपने अपार्टमेंट्स में मतदान जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है।