लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में यातायात सप्ताह चल रहा है। जिम्मेदार डिपार्टमेंट लोगों को यातायात नियमों को लेकर जागरूक कर रहा है। वहीं, जिम्मेदार अधिकारी खुद इसे लेकर सीधे शब्दों में कहें तो लापरवाह बने हुए हैं। बुधवार को आलमबाग एरिया में सुबह राजकीय उद्यान के सामने तेज रफ्तार वैन ने दो ई-रिक्शा को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में एक दर्जन स्कूली बच्चों संग ई-रिक्शा ड्राइवर भी घायल हो गया। हादसे के बाद छोटे-छोटे बच्चों के आंसुओं को देखकर और चीख-पुकार सुनकर लोगों के दिल दहल गए। सबकी जुंबा पर बस एक ही सवाल था, डीएम सर आखिर बच्चों के इन आंसुओं का जिम्मेदार कौन है। क्यों पैरेंट्स रोक के बाद भी बच्चों को ई-रिक्शा से स्कूल भेज रहे हैं और किन कारणों से राजधानी में वाहनों की स्पीड पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।

डायरी से मिले पैरेंट्स के नंबर

हादसे के बाद आसपास मौजूद लोग घायल बच्चों को संभालने में जुट गए। कुछ लोगों ने बच्चों के स्कूल बैग से डायरी निकाल कर उसमें लिखे पैरेंट्स के नंबर पर कॉल कर उन्हें एक्सीडेंट की सूचना दी। आलमबाग पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और एंबुलेंस व स्थानीय लोगों की मदद से घायल बच्चों समेत घायल ई-रिक्शा ड्राइवर को रेलवे इनडोर हॉस्पिटल पहुंचाया गया। एक गंभीर रूप से घायल बच्चे को उसके पैरेंट्स चरक हॉस्पिटल ले गए जबकि ड्राइवर की हालत गंभीर देख उसे सिविल अस्पताल भेज दिया गया। वहीं, करीब आधा दर्जन बच्चों को रेलवे अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया गया। बाद में सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया।

तेज रफ्तार में थी वैन

आलमबाग क्षेत्र के फतेह अली मार्ग से बुधवार सुबह करीब 7.45 बजे आलमबाग की ओर तेज रफ्तार में चली आ रही इको वैन संख्या यूपी 32 एमडी 0873 अचानक अनियंत्रित होकर सामने से चली आ रही स्कूली बच्चों से भरे ई-रिक्शा यूपी 32 एमएन 2258 और यूपी 32 क्यूएन 2293 से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों बैटरी रिक्शा समेत वैन भी पलट गई और चालक समेत सभी बच्चे रोड पर गिर चीखने चिल्लाने लगे। जिन छात्रों को हल्की चोटें आई थीं उन्हें प्राथमिक इलाज देकर घर भेज दिया गया। जबकि करीब आधा दर्जन चोटिल छात्रों को इमरजेंसी में भर्ती कर इलाज किया गया। हादसे में दोनों ई-रिक्शा के ड्राइवर लाल बहादुर निवासी ओल्ड आरडीएसओ आलमबाग और ड्राइवर मनोज मौर्या निवासी रनिंग शेड कॉलोनी आलमबाग भी घायल हुए।

वैन ड्राइवर भी नर्सिंग होम में भर्ती

हादसे की जानकारी होने पर अस्पताल पहुंचे एडीसीपी पूर्वी पंकज कुमार ने घायल बच्चों का हाल जाना और परिजनों से बात कर शिकायत पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इस हादसे में घायल वैन ड्राइवर गुड्डू निवासी पुरवा इलाज के लिए तेलीबाग स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गया। आलमबाग पुलिस ने वैन समेत क्षतिग्रस्त बैटरी रिक्शों को कस्टडी में ले लिया है। पुलिस वैन ड्राइवर के ठीक होने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की बात कह रही है।

हादसे में ये बच्चे हुए चोटिल

इस हादसे में करीब दर्जन भर बच्चे घायल हुए, जो आलमबाग के आनंदनगर में संचालित एलपीएस और सीएमएस ब्रांच के छात्र हैं। जिन छात्रों को भर्ती कर इलाज दिया गया, उनमें पंजाब नगर कालोनी आलमबाग निवासी एलपीएस स्कूल की छात्रा नैंसी पाल (12) व निशांत पाल, एलडी शांतिपुरम कालोनी आलमबाग सीएमएस छात्रा सान्या (11 ), एलडी कालोनी टेढ़ीपुलिया आलमबाग सीएमएस स्कूल के छात्र भाई बहन जियान (8) व अल्फिया (6), एलडी कालोनी टेढ़ीपुलिया आलमबाग निवासी एलपीएस स्कूल की छात्रा सोनाक्षी (11) व आरडीएसओ कालोनी निवासी हरिओम का भर्ती कर इलाज चल रहा है, जबकि पांच स्कूली बच्चे जोकि आंशिक रूप से चोटिल हुए थे। उनका प्राथमिकी इलाज कर अभिभावकों के साथ घर भेज दिया है।

हादसे से लगा भीषण जाम

आलमबाग कैंट रोड से आलमबाग चौराहा जाने वाला यह मार्ग काफी बिजी रूट है। इस रूट से परिवहन विभाग की बसें आलमबाग टर्मिनल और चारबाग डिपो के लिए जाती हैं। सुबह हुए इस हादसे से काफी भीषण लंबा जाम लग गया। लंबा जाम लगने से घायलों को अस्पताल पहुंचाने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। हादसे से रोडपर पलटे ई-रिक्शों और वैन को रोड किनारे खड़ा कराया गया तब ट्रैफिक सुचारू रूप से चल सका।