लखनऊ (ब्यूरो)। पुलिस केवल लॉ एंड आर्डर मेंटेन कर क्राइम व क्रिमिनल्स पर ही अंकुश नहीं लगती बल्कि वह पब्लिक के लिए और भी कई तरह से मददगार साबित होती है। बस जरूरत है लोगों को अपने अधिकारों की जानकारी होना। हालांकि, कई बार एक कॉल पर पुलिस न केवल लोगों के लिए जीवन रक्षक बनती है बल्कि किसी भी इमरजेंसी सिचुएशन में पब्लिक के साथ खड़ी नजर आती है। कोरोना काल में पुलिस द्वारा की गई जनता की मदद के मिसालें आज भी दी जाती हैं।
बड़े काम का नंबर है डायल 112
स्थानीय थाना व पुलिस तो हमारी सुरक्षा और व्यवस्था के लिए हमेशा मौजूद रहती है, पर कई बार कुछ ऐसी सिचुएशंस सामने आ जाती हैं जहां डायल 112 सर्विस बहुत काम आती है। एआई और सोशल मीडिया की मदद से डायल 112 ने अब तक यूपी में 64 से ज्यादा लोगों को सुसाइड करने से न केवल बचाया बल्कि उनकी काउंसलिंग कर उनकी मदद भी की है। ऐसे तीन मामले लखनऊ में भी सामने आ चुके हैं।
ऐसे करें 112 का इस्तेमाल
पुलिस की डायल 112 सर्विस के अंतर्गत ही स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 108, फायर सर्विस के लिए 101, महिला हेल्पलाइन के लिए 1091 और 181, चाइल्ड हेल्पलाइन के लिए 1098 नंबर भी आती है। यानी आप 112 नंबर डायल करके बाकी सर्विसेस का भी लाभ ले सकते हैं। इसके लिए डायल 112 इंडिया एप भी लांच की गई है। इसे अपने मोबाइल में डाउनलोड कर आप रजिस्टर कर सकते हैं। इसके जरिए भी आप किसी तरह की इमरजेंसी में मदद ले सकते हैं।
हजारों लोगों की मदद कर चुकी है पुलिस
12 अगस्त 2024 को शुरू हुए 'एक पहल' अभियान के अंतर्गत मदद के लिए की गई कॉल पर अभी तक 20,625 नागरिकों तक मदद पहुंचाई गई है, जिनमें से 95 मामलों में डायल 112 पीआरवी ने मौके पर पहुंच जीवन बचाने का भी काम किया।
अकेली महिला को घर पहुंचाती है
पुलिस की सर्विस उन महिलाओं के लिए भी है जो रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक बाहर रहती हैं। अगर घर जाने के लिए उन्हें सवारी नहीं मिलती तो ऐसी स्थिति में वे 112 पर कॉल कर सकती हैं। कॉल करते ही एक महिला पीआरवी आएगी और उनको उनके गन्तव्य तक बिना पैसा लिए पहुंचा देगी। यूपी की सभी महिलाएं इसका इस्तेमाल कर सकती है। महिलाएं अगर अकेली हैं और घर जाने का कोई साधन नहीं हैं तो वे बिना संकोच 112 कॉल कर सकती हैं। इसके अलावा, हाईवे या किसी अन्य जगह एक्सीडेंट या गाड़ी खराब, पेट्रोल खत्म होने की समस्या आती है तो पीड़ित पुलिस को कॉल कर मदद मांग सकता है और पुलिस को पीड़ित की मदद करनी पड़ेगी।
बुजुर्गों की मदद को तैयार रहती है पुलिस
पुलिस द्वारा प्रदेश के उन बुजुर्गों के लिए भी खास सर्विसेस दी जा रही हैं, जो अकेले रहते हैं या जिनकी मदद के लिए कोई नहीं होता। सीनियर सिटीजन सेल के लिए बुजुर्गों को अपना रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है। यह सेल 2013 से चल रही है। रजिस्ट्रेशन के लिए बुजुर्गों को सीनियर सिटीजन सेल जाने की जरूरत नहीं बल्कि वे घर बैठे डायल 112 कॉल कर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते है। सीनियर सिटीजन के अलावा एनआरआई कपल भी इसका लाभ ले सकते हैं। सेल की हेल्प लाइन नंबर 9454403882 पर कॉल करने की आवश्यकता है, जिसके बाद सेल में तैनात कर्मचारी संबंधित थाना व पुलिस कर्मियों को कॉल कर उनकी जरूरत के अनुसार सर्विस प्रोवाइड करते है। इसके अलावा अकेले रहने वाले बुजुर्ग दंपत्ति के घर पहुंच कर बीट सिपाही उनके हाल भी लेता है।
इन कामों के लिए मांगें मदद
अगर किसी बुजुर्ग को प्लंबर की जरूरत है तो वह मदद मांग सकता है। संबंधित थाना फोन करने वाले सीनियर सिटीजन को प्लंबर उपलब्ध करा देता है। इसी तरह धोबी, इलेक्ट्रिशियन, नाई, मोटर मैकेनिक, कूड़ा उठाने वाले, एम्बुलेंस सर्विस, राजमिस्त्री, डॉक्टर, रिचार्ज कूपन बेचने वाले, एसी और कूलर मैकेनिक, कंप्यूटर मैकेनिक, गैस एजेंसी, बुटिक और टेलर, दूध वाले, सिक्योरिटी गार्ड एजेंसी, टीवी, सेटअप बाक्स रिचार्ज करने वाले, नर्सिंग होम, डायग्नोस्टिक सेंटर व पैथालॉजी सुविधा के लिए यहां बुजुर्ग फोन कर सकते हैं।